वाराणसी (ब्यूरो)। कमिश्नरेट पुलिस के आला अधिकारियों के पास हर दिन 100 से अधिक पहुंची शिकायतों ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इसमें 60 फीसद मामले जमीन विवाद के होते हैं। जमीन कब्जा करने में कई लोगों के नाम लगातार सामने आ रहे हैं। इसमें अधिकतर सफेदपोश, संत और जरायम से जुड़े लोगों के नाम शामिल हैं। इसी आधार पर कमिश्नरेट पुलिस ने एक सूची तैयार की है, जिसमें 43 भूमाफिया भी शामिल हैं। इनमें कई पर संगीन मुकदमे दर्ज है। सीपी मुथा अशोक जैन के आदेश पर संंबंधित थानों में भूमाफिया पर दर्ज मुकदमों की सूची तैयार की जा रही है.
गैंगस्टर की होगी कार्रवाई
बनारस में जोरू से ज्यादा जमीन जानलेवा बन गयी है। पूर्व में अभिषेक सिंह प्रिंस, गोरख यादव, बलवंत सिंह, अनिल सिंह, नितेश सिंह समेत तमाम ऐसे नाम हैं, जिनकी मौत की वजह के पीछे कहीं ना कहीं जमीन थी.
दो साल का रिकार्ड
पिछले दो साल के रिकार्ड की बात करें 120 से अधिक हत्याएं हो चुकी हैं, जिसमें 80 फीसद हत्या की मुख्य वजह जमीन ही पाई गई थी। इसी को देखते हुए पुलिस ने भूमाफिया पर शिकंजा की तैयारी की है। 43 भूमाफिया पर गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी। एंटी भूमाफिया सेल की ओर से चिन्हित भूमाफिया की संपत्ति की जांच राजस्व विभाग से कराई जाएगी। इसमें अपराध के जरिए अर्जित संपत्तियों पर बुलडोजर चलेगा, जब्तीकरण की कार्रवाई भी होगी.
वरुणा जोन में अधिक विवाद
एडिशनल सीपी कार्यालय में हर दिन तीनों जोन के करीब 30 थाना क्षेत्रों से 60 से लेकर 120 लोग अपनी शिकायत लेकर आते हैं, जिसमें आधे से अधिक शिकायतें जमीन विवाद को लेकर होती हैं। सबसे अधिक वरुणा जोन में जमीन को लेकर धोखाधड़ी के केस आ रहे हैं। इस जोन में कई थानों का दायरा शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी फैला है। इसमें रोहनियां, शिवपुर, सारनाथ, चोलापुर, चौबेपुर, लालपुर-पांडेयपुर थाना क्षेत्र प्रमुख है। वरुणा जोन में जनवरी से मई के बीच कुल 36, जबकि काशी जोन में 21 और गोमती जोन में 10 मुकदमे दर्ज हुए हैं।
सोने के भाव बिक रही जमीन
बनारस का तेजी से विस्तार, तमाम बड़ी कम्पनियों के नए-नए प्रोजेक्ट, पीएम का संसदीय क्षेत्र होने के कारण केंद्र और प्रदेश सरकार की तमाम बड़ी योजनाओं पर काम चल रहा है। सांस्कृतिक और धार्मिक राजधानी, रेल कारखान, छह यूनिवर्सिटी और कैंसर हास्पिटल के कारण मेडिकल हब होने के कारण वाराणसी में जमीन की कीमत आसमान छू रही है। आसपास के जिलों और प्रदेश के लोगों में यहां आकर बसने की होड़ मची है। इसके चलते प्लाटिंग और कालोनियों की संख्या बढ़ रही है।
कमाई पर माफिया की नजर
जमीन की कीमत में तेजी से आने से अपराध जगत से जुड़े लोगों की सक्रियता ज्यादा बढ़ रही है। 10 साल से पहले की बात करें तो तमाम जाने-माने बिल्डरों द्वारा वाराणसी में कालोनियां बसाईं जा रही थी। प्रोफेशनल होने के कारण बिल्डरों में कोई विवाद नहीं होता था। अकूत कमाई की जानकारी होते ही सफेदपोश, संत व अपराध जगत से जुड़े लोगों ने प्रॉपर्टी का काम शुरू कर दिया। प्लाटिंग और कालोनियां भी बसाने लगे। इसके चलते तमाम नामी बिल्डरों ने काम समेटा शुरू कर दिया।
149 माफिया पर एक्शन
पुलिस गैंगस्टर एक्ट के जरिए भी नकेल कस रही है। गैंगस्टर के 46 मामलों में 149 माफियाओं की कुल 40 करोड़ से अधिक संपत्ति जब्त की गई है। काशी जोन में 19 करोड़ 28 लाख 30 हजार, वरुणा जोन में 2 करोड़ 33 लाख 9 हजार रुपये की जब्तीकरण हुई है.
भूमि विवाद से जुड़े मामले ज्यादा आते हैं। ऐसे में भूमाफियाओं पर कार्रवाई की तैयारी है। संबंधित के आपराधिक कुंडली भी तैयार हो रही है। बहुत जल्द ही कार्रवाई शुरू होगी।
मुथा अशोक जैन, सीपी