वाराणसी (ब्यूरो)। स्मार्ट सिटी बनारस अब हाईटेक सिस्टम से मेट्रो सिटी बनता दिख रहा है। विकास की रफ्तार के लिए यहां 2180 करोड़ से सड़क और पुल का बिछा जाल बिछाया गया है, सुरक्षा निगरानी के मद्देनजर शहर में 720 स्थानों पर 3000 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। अब ट्रैफिक मैनेजमेंट के लेकर प्लान तैयार हो रहा है। परिवहन विभाग ने जोनवार आटो व ई-रिक्शा चलाने का भेजा प्रस्ताव बनाया है।
कई बड़ी उपलब्धियां मिलीं
विश्वनाथ धाम बनने के साथ ही काशी में जल, सड़क और वायु मार्ग पर खूब काम हो रहा है। रोपवे प्रोजेक्ट ने उड़ान भर दी है। आधुनिक सुविधाओं से लैस कैंट और बनारस रेलवे स्टेशन भी देश के मॉडल स्टेशनों में शुमार हो गए हैं। बाबतपुर एयरपोर्ट कई मामलों में नंबर वन बन चुका है। गोदौलिया मल्टीलेवल टू व्हीलर पार्किंग और शहरों के चार प्रमुख पार्कों का सौंदर्यीकरण और अपग्रेडेशन किया गया है। पंचकोशी परिक्रमा सड़क का सौंदर्यीकरण, वाराणसी गाजीपुर सड़क पर 3 लेन का फ्लाईओवर और 18 ग्रामीण सड़कों की सूरत बदली जा चुकी है। पिछले नौ साल में छोटे-बड़े 40 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाओं की सौगात काशी को मिली है।
क्या होगा शहर का ट्रैफिक मैनेजमेंट
अब शहर की यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने को लेकर परिवहन विभाग ने तैयारी तेज कर दी है। शहर को चार जोन में बांटते हुए कलर निर्धारण किया जाएगा। उसके साथ ही आटो व ई-रिक्शा के जोनवार परमिट जारी करने पर मंथन चल रहा है। परिवहन विभाग इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर संभागीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) की बैठक में रखने जा रहा है। यातायात विभाग ने परिवहन विभाग को पत्र लिखकर आटो व ई-रिक्शा का जल्द से जल्द जोन और कलर निर्धारण करने की मांग की है। आरटीओ (प्रवर्तन) यूबी सिंह के अनुसार आरेंज जोन में रामनगर, सामने घाट, नगवां, मालवीय चौराहा, नरिया, दुर्गाकुंड, चेतमणि, रेवणी तालाब, भेलूपुर, मंडुआडीह, लहरतारा, मुढ़ैला तिराहा। ग्रीन जोन में कैंट रेलवे स्टेशन, रोडवेज बस स्टैंड, मैदागिन, रामापुरा पड़ाव से संबंधित मार्ग। धानी जोन में कैंट रेलवे स्टेशन से रोडवेज बस स्टैंड, कचहरी, शिवपुर, पांडेयपुर, सारनाथ से संबंधित मार्ग रहेंगे.
ये हैं बनारस के बड़े प्रोजेक्ट
-949 करोड़ से वाराणसी रिंगरोड फेज-2
-728 करोड़ से स्मार्ट सुरक्षा व्यवस्था परियोजना
-900 करोड़ से विश्वनाथ धाम का निर्माण,
-644.49 करोड़ से रोपवे का निर्माण
- 412.50 करोड़ से मोहनसराय-कैंट सीसी सड़क का निर्माण,
- 400 करोड़ से संपूर्णानंद स्टेडियम,
- 269.10 करोड़ से वाराणसी-भदोही मार्ग,
- 241.89 करोड़ से काली माता मंदिर से आजमगढ़ रोड तक फोरलेन का निर्माण
- 241.89 करोड़ से लहरतारा-बीएचयू फोरलेन
- 600 करोड़ से अंडर ग्राउंड केबल यानी आईपीडीएस योजना
- 218.16 करोड़ से कचहरी से संदहां फोरलेन
- 200 करोड़ से 600 टीडीपी क्षमता का वेस्ट टू एनर्जी प्लांट
- 300 करोड़ से फुलवरिया-लहरतारा फोरलेन
- 250 करोड़ से चार मल्टीलेवल पार्किंग
- 200 करोड़ से रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर
- 50 करोड़ से नमो घाट का निर्माण
- 350 करोड़ से ट्रेड फैसिलिटेशन सेंटर
- 1000 करोड़ से स्मार्ट सिटी योजना
- 1000 करोड़ से विद्युत आपूर्ति और सुधार
- 273 करोड़ से पर्यटन और सौंदर्यीकरण
- 1658 करोड़ से चिकित्सा व स्वास्थ्य का कार्य
- 794 करोड़ से आवास व भवन निर्माण
- 1692 करोड़ से पेयजल व सीवरेज में सुधार
- 593 करोड़ से नगरीय सुधार में काम
- 6.28 करोड़ से इंटरलॉकिंग
गंगा घाट से हवाई अड्डे तक सड़कों का जाल बिछा गया है। दक्षिण क्षेत्र में ही पिछले नौ साल में 4,000 करोड़ के विकास कार्य हुए हैं। 900 करोड़ की लागत से बाबा काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण से अनूठी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
नीलकंठ तिवारी, दक्षिणी विधायक
अरबों रुपये से उत्तरी विधानसभा क्षेत्र में चहुंमुखी विकास हुआ है। सड़क, पेयजल, सीवर, स्वास्थ्य, बिजली पोल व तार सहित अन्य कार्य कराए गए हैं। वरुणापार क्षेत्र में 104 करोड़ से 125 किमी पेयजल पाइप लाइन बिछाई जाएगी। इससे करीब 10 हजार नये परिवार को लाभ मिलेगा.
रविंद्र जायसवाल, राज्यमंत्री