वाराणसी (ब्यूरो)। टीचर समाज में नेशन बिल्डर की भूमिका निभाता है। जब समाज मजबूत होता है, तभी देश तरक्की करता है। कुछ ऐसे ही विचार शुक्रवार को अमृता विश्वविद्यापीठम और दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से आयोजित टीचर ब्रिलियंस अवॉर्ड-2023 में गेस्ट्स ने व्यक्त किए। अवॉर्ड समारोह का आयोजन कैंटोनमेंट स्थित होटल प्रिस्टीन में किया गया। इसमें विभिन्न कैटेगरीज में 20 टीचर्स को सम्मानित किया गया.
दीप प्रज्जवलन से शुरूआत
सरस्वती की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। दीप प्रज्ज्वलन चीफ गेस्ट संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो। बिहारी लाल शर्मा, स्पेशल गेस्ट संयुक्त शिक्षा निदेशक रामशरण सिंह और डीआईओएस अवध किशोर सिंह, ज्यूरी मेंबर बीएचयू के डीएसडब्ल्यू प्रो। अनुपम कुमार नेता, एमएमवी बीएचयू की जियोग्राफी सेक्शन इंचार्ज डॉ। सीमा तिवारी, अमृता विश्वविद्यापीठम के एकेडमिक मैनेजर व काउंसलर डॉ। शौर्य कुटप्पा, संत अतुलानंद कांवेंट स्कूल की प्रिंसिपल नीलम सिंह, दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के एडिटोरियल हेड मनोज वाष्र्णेय ने किया।
मां भारती का सम्मान
चीफ गेस्ट संंपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो। बिहारी लाल शर्मा ने कहा कि दैनिक जागरण आईनेक्स्ट का यह कार्यक्रम बहुत ही विलक्षण है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट का काम जागरण का है और टीचर्स का काम भी जागरण ही है। अध्यापक छात्रों के भीतर जागरण का भाव पैदा करता है। क्योंकि अध्यापक होना आसान बात नहीं है। अध्यापक सौभाग्यशाली होता है। यहां पर जिन लोगों का सम्मान हुआ है, यह इनका नहीं, बल्कि मां भारती का सम्मान है। हमारे यहां अध्यापक आचरण से सिखाता है जो समाज के अंतिम व्यक्ति तक जाता है। जो आचरण को धारण करता है, जो सदाचरण धारण करता है और जो छात्रों के अंदर बौद्धिक जागरण कर अर्थ का सनिवेश करता है, वह अध्यापक होता है।
गौरव की अनुभूति
संयुक्त शिक्षा निदेशक रामशरण सिंह ने कहा कि इस इवेंट में आने के लिए मैं काफी उत्सुक था। अपने टीचर्स को सम्मानित होते देखकर गौरव की अनुभूति हो रही है। आप लोग जिस भी स्कूल में पोस्टेड हैं, उम्मीद है कि आप अपने विषय में बच्चों को अच्छी शिक्षा व ज्ञान दे रहे हैं, तभी आपका इस अवार्ड के लिए चयन किया गया है। आप लोग ऐसे ही शिक्षा जगत में अपने सराहनीय कार्य को जारी रखें, यही शुभकामनाएं हैं.
मैं भी करता सम्मान
डीआईओएस अवध किशोर सिंह ने कहा कि अपने टीचर्स को पुरस्कृत देखकर मन काफी प्रफुल्लित हो जाता है। आप लोगों के टैलेंट को सम्मानित करने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट को सबसे पहले धन्यवाद। अवार्ड के बारे में पहले से जानकारी होती तो मैं भी विभाग की ओर से ऐसे होनहार टीचर्स को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित करता। इस सम्मानित मंच से सभी टीचरों से अपील है कि अपने स्कूल से स्पायर्ड अवार्ड के लिए अधिक से अधिक बच्चों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन जरूर कराएं।
चरित्र निर्माण में भूमिका
संत अतुलानंद कांवेंट स्कूल की प्रिंसिपल नीलम सिंह ने कहा कि टीचर्स और कोआर्डिनेटर जो जॉब कर रहे हैं, वह बहुत महत्वपूर्ण हैं। स्कूलों में बच्चों के चरित्र निर्माण और व्यक्तित्व विकास में इन दोनों का बहुत ही अहम रोल है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने ऐसे लोगों को सम्मानित किया है, इसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। इस सम्मान से बच्चों के बेहतर भविष्य के प्रति जिम्मेदारी और बढ़ गई है.
आप सभी हैं टैलेंटेड
एमएमवी बीएचयू की जियोग्राफी सेक्शन इंजार्च डॉ। सीमा तिवारी ने कहा कि जितने भी टीचर्स ने इस अवार्ड के लिए नॉमिनेशन किया था, सबका बॉयोडाटा बहुत ही अच्छा था। इसमें कुछ टीचर्स का चुनाव बहुत ही मुश्किल था। जो भी टीचर्स चुने गए हैं, वे बहुत ही टैलेंटेड हैं। शिक्षक हमारे समाज का ऐसा वर्ग है, जो हमारी नई जेनरेशन को तैयार करते हैं, आपके द्वारा गढ़ा हुआ बच्चा उच्च शिक्षा के लिए हमारे पास आता है। इसलिए आप लोग बधाई के पात्र हैं। ऐसे टीचर्स को सम्मानित करने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट को बहुत-बहुत बधाई.