वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी में एक जून को मतदान है। पिछली बार लोकसभा चुनाव 2019 में 56.97 प्रतिशत लोगों ने वोट डाले थे, जो निर्वाचन आयोग के मानक से लगभग तीन फीसद कम थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। अधिक से अधिक मतदान के लिए जिला प्रशासन ने ढाई महीने पहले ही मुहिम छेड़ दी है। वाराणसी में कुल 3043 पोलिंग बूथ है। इसमें 1100 बूथ ऐसे चिन्हित किए गए हैं, जहां कम मतदान हुआ था। इन बूथों पर मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए इंफ्लूएंसर्स की मदद ली जाएगी। रंगोली, रैली, नुक्कड़ नाटक से नहीं, बल्कि फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम, यूट्यूब आदि सोशल मीडिया प्लेटफॉमों के जरिए मीम्स, सेलिब्रेटिज की अपील से लोगों को वोट करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। तपती गर्मी से निजात के लिए ठंडा, नीबू-पानी और एनर्जी ड्रिंक मिलेगा। ग्लूकॉन डी से भरे ग्लास भी पेश होंगे.
इंफ्लूएंसर्स की ली जाएगी मदद
मतदाताओं को जागरूक करने और बूथों तक पहुंचाने के लिए फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम, यू ट्यूब आदि सोशल मीडिया प्लेटफॉमों पर सक्रिय लोगों की मदद ली जाएगी। इसके अलावा विभिन्न स्टेक होल्डर्स से भी बातचीत चल रही है। जैसे सिनेमा हॉल संचालक सिनेमा के टिकटों या सिनेमा शुरू होने से पहले स्क्रीन पर, व्यावसायिक प्रतिष्ठान भुगतान की रसीदों आदि पर मतदान की तिथि अंकित करते हुए लोगों को मतदान के लिए जागरूक करेंगे.
बूथों पर नींबू-पानी और स्प्रिंकलर के बीच होगा मतदान
एक जून को तपती दोपहरी में इस बार जब आप वोट देने जाएंगे तो आपको वहां ठंडा नीबू-पानी और एनर्जी ड्रिंक मिलेगा। ग्लूकॉन-डी से भरे ग्लास आपकी खिदमत में पेश होंगे। इतना ही नहीं, आप मतदान के लिए लाइन में लगे रहेंगे तो आप पर ठंडे पानी की पुन्हारे होंगी, जो आपको भीनी-भीनी शीतलता देती रहेगी। बूथों पर मतदाताओं और मतदानकर्मियों के लिए स्वच्छ वाशरूम की व्यवस्था रहेगी.
166 बूथों का नाम बदला
वाराणसी संसदीय क्षेत्र के पांच विधानसभा क्षेत्र के 166 बूथों के भवन के नाम में बदलाव हुआ है। हालांकि स्थान वही हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से इसकी सूची जारी कर दी गई है। मतदाता को मतदान पर्ची में अब बदला हुआ नाम ही मिलेगा। कैंटोनमेंट विधानसभा क्षेत्र में 47 बूथों के भवन का नाम बदला है। कैंटोनमेंट में लिटिल फ्लावर स्कूल ककरमत्ता कमरा संख्या एक का नाम अब लिटिल फ्लावर हाउस कमरमत्ता कमरा संख्या एक हो गया है। स्थल वही है। इसी प्रकार शिवपुर विधानसभा में 21, रोहनियां में 11, सेवापुरी में 17 व उत्तरी विधानसभा में 70 बूथों के भवन का नाम बदला है.
वर्ष 2012 -2019 तक मतदान प्रतिशत
वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में यहां 57.35 फीसद वोटिंग हुई थी। इसमें पुरुष 57.92 फीसद व महिला 56.64 फीसद वोटिंग की थीं। इसी प्रकार वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां कुल 58.33 फीसद मतदान हुआ था। इसमें पुरुष वोटर 59.36 फीसद तो महिला 57.04 फीसद रहीं। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में कुल 61.62 फीसद मतदान हुआ था। इसमें 60.94 फीसद पुरुष व 62.46 फीसद महिलाओं ने वोटिंग की थी। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में कुल 58.80 फीसद मतदान हुआ था। इसमें पुरुष वोटर की संख्या 59.88 फीसद व महिला वोटर 57.48 फीसद शामिल रहीं। यानी अधिकतम 62 फीसद से अधिक वोटिंग नहीं हुई.
सबसे कम वोटिंग बीएचयू परिसर में
लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान सबसे कम वोटिंग कैंट विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत बीएचयू कला संकाय में बने बूथ संख्या 366 पर सबसे कम 21.24 फीसद वोटिंग हुई थी। इसके बाद बूथ संख्या 40 पूर्व रेलवे जनता विद्यालय छित्तूपुर में 27.04 फीसद व बूथ संख्या 398 प्राथमिक विद्यालय पूर्वोत्तर रेलवे स्टेडियम कालोनी में 30.67 फीसद वोटिंग हुई थी। यह तीनों बूथ कैंट विधानसभा क्षेत्र में थे.
फैक्ट एंड फीगर
56.97
प्रतिशत लोगों ने पिछली बार लोकसभा चुनाव में वोट डाले
21.24
फीसद वोटिंग बूथ संख्या 366 पर सबसे कम हुई थी
166
बूथों के भवन के नाम में इस बार बदलाव हुआ
मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए बूथों पर वोटरों के लिए नींबू-पानी से लेकर एनर्जी ड्रिंक उपलब्ध रहेंगे। इसके अलावा कई और सहूलियत के लिए कुछ सामाजिक संस्थाओं से बातचीत चल रही है। गर्मी से राहत के लिए स्प्रिंकलर से फुहारें कराए जाएंगे। वोटर को जागरूक करने के लिए इंफ्लूएंसर्स की मदद भी ली जाएगी.
-हिमांशु नागपाल, सीडीओ