मेरठ (ब्यूरो)। स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 के लिए कैंट बोर्ड तैयारियां शुरू कर दी हैं। कैंट बोर्ड द्वारा बाजार व वार्डों में स्वच्छता अभियान चलाना तय किया गया है। इसके तहत जहां वार्डों में स्वच्छता के लिए स्लोगन लगे पोस्टर लगाए जाएंगे। वहीं, वार्डों से डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन भी किया जाएगा। इतना ही नहीं बाजारों में भी एनाउंसमेंट कर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाएगा। कैंट ने इस अभियान को 20 अप्रैल से चलाना नियत किया है।

दूसरी से पहली रैंक लाने की तैयारी
बता दें कि स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 में 62 छावनियों में से कैंट बोर्ड मेरठ को दूसरी रैंक मिली थी। इस दौरान दूसरी रैंक आने का कारण कैंट के कुछ एरिया में गंदगी होना माना गया था। वहीं, रैवेन्यू कलेक्शन और जनता का सपोर्ट न मिलना भी पहली रैंक में शामिल न होने का कारण बना था। लेकिन, इस बार विभाग पूरी तैयारियों में जुट गया है। हालांकि इस बार भी रैवेन्यू कलेक्शन की कमी है। लेकिन, जनता से सपोर्ट लेने के लिए विभाग पूरी तैयारियां कर रहा है।

गली-गली देंगे संदेश
अभियान के तहत केवल बड़े बाजारों में ही नहीं बल्कि, आठों वार्डों की गली-गली में जाकर सफाई का संदेश दिया जाएगा। एनाउंसमेंट के जरिए लोगों को जानकारी दी जाएगी कि गली में कूड़ा न फेंके। गली में रखे कूड़ेदान में ही सूखा और गीला कूड़ा डालें। साथ ही डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए आने वाले कर्मचारियों को ही कूड़ा दें। गंदगी होने से मच्छरों के पनपने के चांस अधिक रहते हैं। इससे बीमारियां फैलने का अधिक खतरा है। इसलिए खुद को सुरक्षित रखना है तो कूड़ा कूड़ेदान में ही फेंके।

स्लोगन से करेंगे जागरूक
कैंट में जगह-जगह कूड़ा न फेंके, स्वच्छ रहें स्वस्थ रहें जैसे स्लोगन लिखे पोस्टर लगाए जाएंगे। ताकि लोगों की नजर उन पर पड़े और स्वच्छता के प्रति जागरूक हों। वहीं, स्कूलों में भी इसको लेकर प्रतियोगिता करवाने की तैयारियां की जा रही हैं। इसके तहत विभाग जल्द ही स्कूलों से मीटिंग करने की तैयारी में है।

टूटे पड़े हैं कूड़ेदान
वैसे तो कैंट स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने की बात कर रहा है। लेकिन, कैंट में जगह-जगह लगे कूड़ेदान टूटे पड़े हैं। उनको भी ठीक करवाना जरूरी है। इस ओर कैंट को ध्यान देने की अवश्यकता है। ऐसा कैंट वासियों का कहना है। वहीं, करीब 2500 कर्मचारी की ड्यूटी साफ-सफाई में लगी है। कैंटवासियों के अनुसार कहीं पर सफाई कर्मी समय पर पहुंचते हैैं तो कहीं पर एक-दो दिन छोड़कर आते हैं। ऐसे में सफाई व्यवस्था चौपट हो रही है।

क्या कहते है कैंटवासी
सभी को जागरूक करने की बात कैंट कर रहा है। लेकिन, कूड़ेदान लगवाने का काम कैंट नहीं कर रहा है।
दीपक चड्ढा, व्यापारी नेता

कैंट में पहले जगह-जगह कूड़ेदान लगाने के दावे किए गए थे। किंतु यहां जो पहले लगे कूड़ेदान हैं वो भी टूटे पड़े हैं।
राजीव, निवासी

स्वच्छता सर्वेक्षण में दूसरी रैंक का ठीकरा लोगों पर फोडऩा गलत है। कैंट की स्वयं की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह समय पर कूड़ा कलेक्शन कर्मचारियों को भेजे। जिससे कि सफाई व्यवस्था में सुधार हो सके।
निकुंज, निवासी

कैंट बोर्ड को साफ-सफाई के लिए खुद भी ध्यान देना होगा। लोग भी इस ओर ध्यान दें। दोनों तरफ से जिम्मेदारी निभाने की अवश्यकता है।
संदीप, व्यापारी नेता

वर्जन
जनता से सहयोग लेने के लिए उनको जागरूक किया जाएगा। जल्द ही स्वच्छता के संबंध में स्कूलों से बात कर प्रतियोगिता करवाने को कहा जाएगा। ताकि बच्चों को सफाई के लिए जागरूक किया जा सके।
हरेंद्र कुमार, कार्यवाहक डिप्टी सीईओ, कैंट बोर्ड