मेरठ (ब्यूरो)। गर्मी आते ही 24 घंटे बिजली सप्लाई का दावा हर साल धराशाई हो जाता है। ये हाल तब है, जब सालभर पावर लाइन और ट्रांसफार्मर बदलने का काम चलता रहता है। बावजूद इसके 24-24 घंटे के पावर कट और ट्रांसफार्मर फुंकने की समस्या जस की तस बनी रहती है। लगातार पावर कट की समस्या से न केवल आमजन परेशान है बल्कि व्यापारियों का कारोबार भी प्रभावित होने लगा है। इसी बाबत किला रोड के स्थानीय व्यापारी आशीष अग्रवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर ट्वीट किया है। इस ट्वीट में मुख्यमंत्री सीएम योगी को टैग कर समस्या से निजात दिलाने मांग की गई है।
रिपेयरिंग बनी समस्या
हर साल की तरह इस साल भी गर्मियों की शुरुआत के साथ ही ट्रांसफार्मर धधकना शुरू हो गए थे। स्थिति यह है कि ओवरलोडिंग के कारण हर रोज दर्जनों ट्रांसफार्मर फुंक रहे हैं। वही गर्मी के साथ बिजली की डिमांड 1000 मेगा वॉट तक पहुंच गई है। हाल यह है कि 25 केवीए के ट्रांसफार्मर पर 40 केवीए लोड चल रहा है। ऐसे में विद्युत व्यवस्था को सुधारने के लिए विद्युत विभाग द्वारा रोजाना चेंज कराए जा रहे ट्रांसफर और लाइन के चलते पावर कट की समस्या लगातार बनी हुई है। व्यापारी परेशान हैं कि जब बिजली पूर्ति पहले से ही कम है तो ऐसे में लाइन रिपेयर का काम क्यों कराया जा रहा है।
अपडेट करने की कवायद
गौरतलब है कि जिले को पावर कट की समस्या से निजात दिलाने के लिए विद्युत विभाग को करीब 55 करोड़ के बिजनेस प्लान के तहत रिपेयरिंग का काम अप्रैल माह तक पूरा करना था। मगर काम डेडलाइन के तहत पूरा नहीं हो सका। अप्रैल माह के बाद दूसरे चरण में उन क्षेत्रों में ट्रांसफार्मर और लाइन बदलने का काम किया जा रहा है, जहां पहले से स्थित ट्रांसफार्मर पर 85 से 99 प्रतिशत का लोड है। इसके तहत नगरीय क्षेत्र के पांच डिवीजनों में करीब 40 करोड़ की लागत से 75 ट्रांसफार्मर बदले जा रहे हैैं। इनमें 100 केवीए के दो और 250 केवीए के 73 ट्रांसफार्मर शामिल हैं। बावजूद इसके ना तो पावर कट की समस्या से निजात मिल पा रही है और न ही ट्रांसफार्मर फूंकने का सिलसिला थम रहा है।
फैक्ट्स पर एक नजर
शहर क्षेत्र में वर्तमान में 3.22 लाख उपभोक्ता हैं और करीब 50 बिजलीघर हैं।
मेरठ में 250 केवीए और 25 केवीए के 6115 ट्रांसफार्मर हैं।
गर्मियों में शहर में 400 मेगा वॉट की खपत बढ़कर हुई 1000 मेगा वॉट।
ओवरलोड ट्रांसफॉर्मर जनपद में हर रोज करीब 200 ट्रांसफार्मर फूंक रहे हैं।
पावर कट की समस्या को दूर करने के लिए 75 ट्रांसफार्मर अपडेट किया जा रहे हैं।
शहर के खंड एक में 9 ट्रांसफार्मर बदले जाने थे।
गत वर्ष शहर में तीन नए बिजली घर बनाने की योजना पर काम किया गया था।
इनका है कहना
विवि रोड पर रोजाना शाम होती ही किला रोड मार्केट की बिजली आपूर्ति पावर कट के रूप में बंद कर दी जाती है। इस कारण से यहां व्यापार बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
आशीष अग्रवाल, व्यापारी
हर साल गार्मियों मेें ही तार बदलने का काम किया जाता है। इतनी गर्मी में तार बदलने के नाम पर पावर कट किया जाता है। यह काम सर्दियों में भी तो हो सकता है।
हेमेंंद्र गुप्ता
सुबह और शाम व्यापार का समय होता है और पावर कट का टाइम भी वही है। इंवर्टर भी बोल जाते हैैं। ऐसे में कारोबार प्रभावित हो रहा है। बाजार में ग्राहकों की आवक घट गई है।
अभिनव
शहरवासियों को बिजली की किल्लत से छुटकारा दिलाने के लिए नए बिजलीघर, ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि, पावर केबिल को अपडेट किया जा रहा है। इससे लोगों को परेशानी तो हो रही है लेकिन जल्द राहत मिलेगी।
राजेंद्र बहादुर, अधीक्षण अभियंता, अर्बन