दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से आयोजित की गई थी वेबिनार
Meerut। शहर के बाजारों का साल दर साल विकास होता जा रहा है। बाजार में ग्राहकों की संख्या के साथ-साथ रौनक हर साल बढ़ रही है। लेकिन इन बाजारों में मूलभूत समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। हम बात कर रहे हैं शहर के बाजारों की सबसे प्रमुख समस्या पार्किंग स्थल की। पार्किंग स्थल ना होने के कारण ना सिर्फ रोजाना बाजारों में जाम लगता है बल्कि बाजारों में जाम के कारण व्यापार तक बिगड़ रहा है। पार्किंग की इसी समस्या के समाधान के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने शहर के प्रमुख व्यापारियों के साथ बेबीनार के माध्यम से मंथन किया और इस समस्या का समाधान तलाशने का प्रयास किया।
जगह भरपूर पर योजना की कमी
वेबिनार में दैनिक आई नेक्स्ट के रीडर सुमित त्यागी ने पूछा कि बाजारों में आज चौपहिया छोड़ दोपहिया वाहन तक लेकर जाना दूभर है। वाहन लेकर बाजार में चले गए तो वाहन खड़ा करने की जगह तक नहीं मिलती। आखिर इस समस्या से निजात क्यों नहीं मिलती। इस पर व्यापारी अमित बंसल ने कहा कि सदर बाजार में सेंट्रल पार्किंग के कारण जाम की समस्या रोजाना रहती है। सदर और आबूलेन बाजार में जाम की इस समस्या को दूर करने के लिए व्यापारियों ने कैंट बोर्ड के अधिकारियों को पीएसी के सामने खाली जमीन पर पार्किंग बनाने का विकल्प दिया था। लेकिन कैंट बोर्ड ने कोई पहल नहीं की।
निगम बनाए पार्किंग
शारदा रोड व्यापारी अमित अग्रवाल ने बताया कि शारदा रोड बाजार दिल्ली रोड का प्रमुख बाजार है, लेकिन इस पूरे बाजार में पार्किंग के लिए व्यवस्था नही है। ऐसे में दिल्ली रोड पर कई खाली प्लॉट है जिनको बतौर पार्किंग नगर निगम प्रयोग कर सकता है। वहीं सूरजकुंड मार्केट के व्यापारी मनोज भारद्वाज ने बताया कि सूरजकुंड बाजार की पार्किंग के लिए बाबा मनोहर नाथ मंदिर रोड पर जगह खाली है। इस जगह निगम पार्किंग बनाकर अपनी आय का साधन भी विकसित कर सकता है।
पुलिसकर्मियों की भी लापरवाही
वहीं, मधुर भारद्वाज ने पूछा कि बाजारों में जाम का कारण ई रिक्शा और चौपहिया वाहन हैं, इन पर रोक लगाने के लिए व्यापारी क्यों प्रयास नही करते। इस पर व्यापारी अमित अग्रवाल ने कहा कि बाजारों में जाम पार्किंग स्थल ना होने साथ साथ ई रिक्शा और बडे वाहनों के पीक ऑवर में बाजार में एंट्री के कारण जाम लगता है। शारदा रोड पर दिल्ली रोड की तरफ से शाम के समय भारी वाहनों की एंट्री बैन है लेकिन पुलिसकर्मी वाहनों को रोकते नही है। हमने खुद पुलिस प्रशासन से मांग की है कि पीक ऑवर यानि शाम 6 से रात 9 बजे तक वाहनों की आवाजाही बाजार में ना हो तो जाम ना लगे।
जाम से बढ़ती मुश्किलें
सूरजकुंड व्यापार मनोज भारद्वाज ने कहा कि ई रिक्शा के कारण सूरजकुंड बाजार में सबसे अधिक जाम लगता है। गाडि़यों व ई रिक्शा से आने वाले ग्राहक अपना सामान ले जाने के लिए बीच सड़क में वाहन खड़ा कर देते हैं। सदर बाजार व्यापारी अमित बंसल ने बताया कि सदर बाजार में ई रिक्शा से सबसे अधिक जाम लगता है। कम से कम पीक आवर में शिव चौक से बड़े वाहन व ई-रिक्शा प्रतिबंध होने चाहिए। इसके लिए हमने थाना पुलिस से भी कई बार मांग की है।
अतिक्रमण भी जाम का कारण
व्यापारी अमित बंसल ने कहा कि फड़ व ठेलों के लिए बाजार में एक अलग जगह होनी चाहिए। ताकि सड़क किनारे अतिक्रमण ना हो। आबूलेन पर चाट बाजार जगह निर्धारित हैं इसी तरह सदर बाजार में भी जगह निर्धारित होनी चाहिए। सूरजकुंड व्यापारी मनोज भारद्वाज ने बताया कि सूरजकुंड बाजार में बीच सड़क में डिवाइडर बना है। इससे अलग सड़क किनारे ठेले लगने से जगह जगह जाम की स्थिति बन जाती है। सूरजकुंड पार्क के सामने लगने वाले चाट बाजार को हमने दूसरी जगह शिफ्ट करने की मांग की थी लेकिन चाट बाजार एक ही जगह पर पुलिस की सहमति से लगाया जा रहा है।
नहीं हुआ विचार
अमित अग्रवाल ने बताया शारदा रोड पर कई बार खुद व्यापारियों ने सड़क किनारे ठेले व फड लगाने वाले व्यापारियों को हटाने का प्रयास किया उनके लिए हमने रामलीला मैदान में एक स्थाई बाजार लगाने का प्रशासन को सुझाव दिया था लेकिन इस पर अभी तक विचार नही हुआ है।
ये रहे मौजूद
अमित बंसल- सदर व्यापार मंडल महामंत्री
अमित अग्रवाल- शारदा रोड व्यापार संघ महामंत्री
मनोज भारद्वाज- उप्र व्यापार मंडल, प्रदेश उपाध्यक्ष