मेरठ (ब्यूरो)। बारिश के दिनों में शहर की हालत दयनीय हो जाती है। शायद ही ऐसा कोई इलाका बचता हो, जहां जलभराव न होता हो। हालात तो ये हैं कि शहर के कई इलाकों के लोग अपने क्षेत्र में बारिश न होने की दुआ तक मांगते हैं। कारण यही है कि पानी की निकासी न होने से उनकी जिंदगी जलभराव में बंधक-सी बन जाती है। जलभराव के इन्हीं विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने 'वाटर लॉगिंग की लघु कथाएंÓ नाम से एक सात दिवसीय कैंपेन शुरू किया था। जिसमें आम लोगों की राय जानने के लिए सोशल मीडिया के विभिन प्लेटफॉर्म एक्स, फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम आदि पर एक सर्वे कराया गया। जिसमें उनसे पूछा गया कि उनके इलाके में जलभराव का मूल कारण क्या है।

लोगों ने रखी राय
सोशल मीडिया के इस सर्वे में करीब 200 लोगों ने अपनी राय रखी। ये सभी लोग शहर के अलग-अलग इलाकों से थे। 78 फीसदी लोगों का कहना था कि नालों की साफ सफाई न होने के कारण लोगों को जलभराव से जूझना पड़ता है। इसको लेकर सार्थक कदम उठाने की जरूरत है। 68 फीसदी लोगों का मानना था कि दूध की डेयरियों को शहर से बाहर करने की कार्रवाई की जानी चाहिए। क्योंकि नालों में बहने वाला गोबर भी जलभराव का मुख्य कारण है। इसके अलावा शहर के लोगों ने यह भी सुझाव दिया कि सीवरेज की व्यवस्था दूर हो जाए तो भी जलभराव से काफी हद तक निजात मिल सकती है।

क्या नालों की सफाई न होने से शहर में जलभराव हो जाता है?
हां - 78
नहीं - 15
पता नहीं - 07

क्या जलभराव से निपटने के लिए डेयरियों पर सार्थक तौर पर कार्रवाई होनी चाहिए?
हां - 68
नहीं - 24
पता नहीं - 08

क्या जलभराव की समस्या से निपटने के लिए ड्रेनेज सिस्टम सुधारने की जरूरत है?
हां - 87
नहीं - 10
पता नहीं - 03

क्या आपके क्षेत्र में सीवर लाइन पूरी तरह चालू है?
हां - 17 प्रतिशत
नहीं - 62
पता नहीं - 21

इनका है कहना
नालों में गंदगी का प्रमुख कारण आसपास से गिरने वाला कूड़ा है। कूड़ा डालने वालों पर कार्रवाई होना शुरू हो जाए तो काफी असर दिखेगा।
चांद मोहम्मद

शहर के बाजारों में नियमित सफाई के लिए नालों को फोल्डेबल जाल से कवर किया जाना चाहिए। ताकि समय-समय पर उनकी साफ-सफाई हो सके।
अमित अग्रवाल

नालों के आसपास ऊंची बाउंड्री वॉल हो और जहां-जहां जरूरी हो, वहां जाल लगाकर कवर किया जाए ताकि कोई उनमें कूड़ा न फेंक सके। वहीं बरसात के दौरान पानी ओवर फ्लो न हो।
अकरम गाजी

जलभराव की समस्या से निजात पाने के लिए सीवरेज सिस्टम को चालू किया जाना बहुत जरूरी है। इससे काफी हद तक गली-मोहल्लों में होने वाला जलभराव कम हो जाएगा।
घनश्याम मित्तल

आज करें सवाल
अलग-अलग क्षेत्रों में जलभराव से जुड़ी समस्या और उसे जुड़े सुझावों के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट आज (सोमवार) को एक प्रश्न प्रहर आयोजित करने जा रहा है। जिसमें आपके हर सवाल का जवाब देने के लिए नगर स्वास्थ्य अधिक डॉ। हरपाल सिंह खुद मौजूद रहेंगे। सुबह 11 से 12 बजे के बीच आप 8218511145 मोबाइल नंबर पर अपना सवाल पूछ सकते हैं।