मेरठ (ब्यूरो)। गुरुवार शाम से लेकर शुक्रवार सुबह तक हुई बारिश से कई इलाकों में जलभराव हो गया। सुबह स्कूल और ऑफिस जाने के लिए घर से निकले बच्चों और अन्य लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। गुरुवार की बारिश से इन इलाकों में नाले और नालियां ओवरफ्लो होकर सड़कों पर बहने लगे। इस्लामाबाद, लिसाड़ीगेट, मदीना कालोनी, जाकिर कालोनी, लालकुर्ती, ब्रह्मïपुरी, गुदड़ी बाजार और सुभाष बाजार समेत गुरुनानक बाजार में लोगों को शुक्रवार को भी जलभराव से जूझना पड़ा। हालांकि अगले तीन के दिन बारिश के अलर्ट के चलते नगर निगम ने शुक्रवार को नालों की सफाई शुरू कर दी है।

हर तरफ जलभराव
वहीं गुरुवार शाम को हुई तेज बारिश के बाद शहर के अधिकतर पुराने इलाकों में कीचड़ व जलभराव के साथ गंदगी की भरमार हो गई है। दरअसल, जिन जगहों पर अस्थाई खत्ते बने हुए हैैं, उनकी नियमित सफाई न होने के चलते उनका कूड़ा और वहां मौजूद गंदगी सड़क पर आ गई। डेंगू-मलेरिया के सीजन में गंदगी और जलभराव परेशानी का सबब बन सकता है।

तीन दिन का अलर्ट
वहीं पश्चिमी यूपी में बारिश को लेकर तीन दिन का अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि तेज बारिश के अलर्ट को देखते हुए नगर निगम ने तेजी से नालों की सफाई शुरू कर दी है लेकिन सफाई के बाद नाले की सिल्ट न उठने से कई इलाकों की स्थिति जस की तस बनी हुई है।

लुढ़का गया पारा
मेरठ में जुलाई के सप्ताहांत में गुरुवार को बारिश ने मौसम में काफी राहत दिलाई। अधिकतम तापमान 34 डिग्री से नीचे रहा। वहीं, न्यूनतम तापमान भी 24 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया। मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार, गुरुवार को हल्की बारिश हुई। गुरुवार शाम साढ़े पांच बजे तक 1.2 मिमी बारिश दर्ज की गई।

नालों की सफाई लगातार जारी है। कुछ इलाकों में जल निकासी नालियों के माध्यम से है और संकरी गलियां होने के कारण जलभराव कम होने में समय लग रहा है। उन क्षेत्रों में भी नालियों की लगातार सफाई कराई जा रही है।
इंद्र विजय, सहायक नगरायुक्त