- रेल नीर के कम उत्पादन से बढ़ रहा धंधा
-वेंडर प्रिंट रेट से 5 रुपए ज्यादा में बेच रहे पानी
- मेरठ में दोनों स्टेशनों पर बिकती हैं रोजाना करीब 5 हजार बोतलें
Meerut: सिटी व कैंट स्टेशन पर वेंडर पानी के अवैध कारोबार से रोजाना करीब 25 हजार रुपए अतिरिक्त कमा रहे हैं। यहां बोतल बंद पानी रेलवे द्वारा तय कीमत 15 रुपए के बजाय 20 रुपए में बेचा जा रहा है। इसी हथकंडे को आजमाकर वेंडर अपनी चांदी कर रहे हैं और अधिकारी आंख मूंदे तमाशा देख रहे हैं। आई नेक्स्ट ने पड़ताल की तो सच सामने आया।
सप्लाई बंद होने से फायदा
आईआरसीटीसी के अनुसार कम प्रोडक्शन के चलते रेल नीर मेरठ सहित मुज्जफरनगर व सहारनपुर के स्टेशनों पर पिछले कुछ दिनों से सप्लाई नहीं हो रहा है, जिसके चलते वेंडरों की चांदी हो गई है। अब वे स्टैंडर्ड कंपनी के अलावा अन्य लोकल कंपनियों का पानी प्रति बोतल कम से कम 5 रुपए अधिक कीमत पर बेच रहे हैं। यात्री भी मजबूरी में वेंडरों से ज्यादा पैसे में पानी की बोतल खरीद रहे हैं।
जुर्माने का प्रावधान
रेलवे द्वारा प्रिंट रेट से ज्यादा में पानी या अन्य सामान बेचने पर 500 से 1000 रुपए तक के जुर्माने का प्रावधान है, लेकिन मेरठ के रेलवे स्टेशनों पर जुर्माना सालों-साल नहीं लगाया जाता है, जिससे वेंडरों के हौसले बुलंद हैं।
बोतल बंद पानी की रेलवे स्टेशन पर स्थिति
सिटी स्टेशन पर कैंट स्टेशन
3500 से 3700 1500 से 1700
प्रतिदिन पानी की खपत
-15 रुपए प्रति बोतल रेलवे द्वारा निर्धारित कीमत
-20 प्रति बोतल बेच रहे वेंडर
रेल नीर का प्रोडक्शन कम होने की वजह से कुछ स्टेशनों पर उसकी सप्लाई नहीं हो पा रही है, जिसके चलते वेंडर स्टेशनों पर अन्य किसी कंपनी का पानी बेच रहे हैं, लेकिन 15 रुपए से ज्यादा का पानी बेचना अपराध है।
नीरज शर्मा, सीपीआरओ उत्तर रेलवे
वेंडर्स द्वारा तय रेट से ज्यादा में पानी बेचने की शिकायत मिली है। ऐसे वेंडरों को चिंहित किया जाएगा। साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
आरपी शर्मा, स्टेशन अधीक्षक