मेरठ (ब्यूरो)। गौरतलब है कि नगर निगम में लगभग 42,000 से अधिक स्ट्रीट वेंडर्स रजिस्टर्ड हंै। इनमें से अभी तक 100 स्ट्रीट वेंडर्स को भी स्ट्रीट वेंडिंग जोन में नहीं बसाया जा सका है। जबकि तीन साल से वेंडिंग जोन की कवायद चल रही है। इन वेडिंग जोन को प्रमुख सड़कों के किनारे बनाया गया है ताकि सड़क पर न तो अतिक्रमण हो और न ही ट्रैफिक जाम लगे। इसके लिए निगम ने आधा दर्जन से अधिक क्षेत्रों में वेडिंग जोन तैयार किए हैैं।
इन जगहों पर बने वेडिंग जोन
सूरजकुंड पार्क के सामने
तेजगढ़ी से मेडिकल
नगलाताशी में सरधना रोड पर नाले किनारे साइड पटरी पर
पल्लवपुरम फेज दो में एनएच-58 से उदय सिंह रोड तक
रूड़की रोड पर पीएसी नाले किनारे साइड पटरी पर
पल्लवपुरम फेज एक में भी स्ट्रीट वेंडिंग जोन
जाम भी जस का तस
सूरजकुंड पार्क के पास स्ट्रीट वेंडिंग जोन बने दो साल हो चुके हैं। यहां पर वेडिंग जोन का काम 13 अक्टूबर 2020 को शुरू किया गया था। इसके लिए निर्माण अनुभाग ने करीब 17.07 लाख रुपये से पार्क के आसपास करीब 80 स्ट्रीट वेंडर्स को बसाने की योजना बनाई थी। जिसमें हंस चौराहे के पास स्ट्रीट वेंडिंग जोन की 11 दुकानें ही बनी। जो दुकानें बनकर तैयार हैं, उनमें भी ताले लटके हुए हैं। यहां भी शाम होते ही वेडिंग जोन के बाहर दुकानें सज जाती हैं। अतिक्रमण के कारण रोजाना हंस चौराहे से सूरजकुंड तक जाम लगा रहता है।
दो साल से चालू
इसी तरह साल 2020 में तेजगढ़ी से आनंद हॉस्पिटल और फिर मेडिकल तक रोड साइड वेडिंग जोन बनाने का काम शुरू किया था। जिसे चालू हुए भी दो साल हो चुके हैं लेकिन इन वेंडिंग जोन में जगह मिलने के बाद भी सड़क तक फड़ व ठेले वालों का अतिक्रमण जारी है। इतना ही नहीं, वेंडिग जोन में जगह पाने वाले व्यापारी भी रोड पर ही अपना ठेला लगाकर बिक्री कर रहे हैं।
बेसिक सुविधाओं का अभाव
दरअसल, वेंडिंग जोन में बेसिक सुविधाओं का अभाव है। यहां लाइट, सार्वजनिक शौचालय नहीं हैं। शौचालय के नए रैंप में फिसलन है। जिस कारण चोट लगने की संभावना है। रैंप पर खुरदरी टाइल्स लगाने के बजाए दीवार की बची हुई टाइल्स ही लगा दी गई हंै। रैंप भी सही नहीं बनाए गए हैं। रोड से दूर होने के कारण ग्राहक वेंडिंग जोन तक नहीं आते हैं इसलिए भी यह योजना कामयाब नहीं हो पा रही है।
गढ़ रोड पर अतिक्रमण के कारण रोजाना जाम लगता है। मेडिकल कालेज के बाहर बनी वेडिंग जोन पर खुद ही अतिक्रमण हो गया है। वहां सामान रखकर सड़क पर ही ठेले लगाए जा रहे हैं।
शशिकांत
गढ़ रोड पर मेडिकल कॉलेज के बाहर गेट पर रोजाना बार बार जाम लगता है। वेडिंग जोन यदि व्यवस्थित रुप से लगा दी जाए तो यहां अतिक्रमण व जाम दोनों ही खत्म हो जाएगा।
सतीश त्यागी
सूरजकुंड पार्क के बाहर शाम होते ही जाम लगा जाता है। कारण है कि वहां वेडिंग जोन में समान रखकर रोड तक ठेले लगा दिए जाते हैं। इससे वेडिंग जोन बनाने का कुछ फायदा नहीं हो रहा।
आदित्य
तेजगढ़ी से डिग्गी तिराहे तक सड़क काफी चौड़ी है लेकिन इन रेहड़ी वालों के अतिक्रमण के कारण जाम लगा रहता है। न तो वेडिंग जोन खाली है और न ही उस पर दुकानें सही से लगी हुई हंै।
मनीष जैन
स्ट्रीट वेंडिंग जोन सात स्थानों पर विकसित किए जाने थे। कुछ जगह पर काम चल रहा है। वहीं कुछ स्थानों पर विवाद की स्थिति के चलते काम रुका हुआ है। जहां वेडिंग जोन बन चुके हैैं, वहां शत-प्रतिशत वेंडर्स को जगह दी जा चुकी है। वेडिंग जोन के बाहर ठेले न लगाने की सख्त हिदायत दी हुई है।
बृजपाल सिंह, सहायक नगर आयुक्त, नगर निगम