मेरठ (ब्यूरो)। सीसीएसयू में वीसी ने 24 दिसम्बर 2021 में पदभार संभाला तो स्टूडेंट्स की समस्याओं के निपटारे के लिए मंंगल दिवस की शुरुआत की थी। मगर कुछ माह बाद यूनिवर्सिटी में यह मंगल दिवस लापरवाही की भेंट चढ़ गया। हालात ऐसे हो गए हैं कि मंगल दिवस अब महज औपचारिकता रह गया है। दो माह में हुए मंगल दिवस में करीब 208 शिकायतें आई थी। उनमें से करीब 120 शिकायतें ही सॉल्व हो पाई थी, बाकी शिकायतें अभी तक पेंडिंग चल रही हैं।
स्टूडेंट्स ने उठाया ट्विटर पर मुद्दा
सीसीएसयू के स्टूडेंट्स ने भी इस मुद्दे को ट्विटर पर उठाया है। छात्रनेता अंकित अधाना ने इस मुद्दे को उठाते हुए वीसी प्रो। संगीता शुक्ला, राज्यपाल, व सीसीएसयू के अकाउंट पर टैग किया है। इसके साथ ही स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी में इस मुद्दे पर वीसी से मुलाकात करने का भी फैसला ले चुके हैं।
ये भी है समस्या
स्टूडेंट्स का मुद्दा है कि एनईपी के तहत जो यूजी फस्र्ट इयर के दो सेमेस्टर है उनका अभी तक रिजल्ट नहीं आया है, सात माह हो गए है, सैकड़ो स्टूडेंट्स रिजल्ट के इंतजार में है। इतना ही नहीं, स्टूडेंट्स को डिग्री व मार्कशीट के लिए भी भटकना पड़ता है
शुरू किया था मंगल दिवस
दरअसल, यूनिवर्सिटी की वीसी प्रो। संगीता शुक्ला ने जब कार्यभार संभाला था, तो उन्होंने व्यवस्थाओं को सुधार करते हुए मंगल दिवस कार्यक्रम भी शुरू किया था, ताकि स्टूडेंट्स को इधर-उधर चक्कर काटे ना पड़ें। शुरुआत में तो इसका असर भी देखने को मिला, लेकिन धीरे-धीरे यह मंगल दिवस का सिलसिला समाप्त हो गया है। मंगल दिवस का सिलसिला कहीं ना कहीं औपचारिकता भर ही रह गया है।सीसीएसयू प्रशासन द्वारा जब यह सिलसिला शुरू किया गया था, तो स्टूडेंट्स ने भी इसकी प्रशंसा की थी। इसकी सफलता को देखते हुए दूर-दराज से स्टूडेंट्स अपनी समस्याओं का निवारण के लिए भी मंगल दिवस में पहुंचते थे। हालांकि स्टूडेंट्स की समस्याओं का निवारण अधिकारी अपने ऑफिस में बैठकर जरूर करते हैं। यही नहीं, उसके लिए उन्हें अलग-अलग कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं।
फिर से शुरू होगा
रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार वर्मा का कहना है कि परीक्षाओं की तैयारी के सिलसिले के चलते उसके बाद एडमिशन व फिर अब दीक्षांत समारेाह की तैयारियां चल रही है। इस बीच हो सकता है कुछ सप्ताह तक मंगल दिवस का आयोजन नहीं हो पाया होगा, वहीं परीक्षा नियंत्रक डॉ। अश्वनी कुमार का कहना है कि जल्द मंगल दिवस की फिर से शुरुआत की जाएगी। ऐसे में स्टूडेंट्स की जो भी समस्याएं हैं। उनके कार्यालय में भी आ सकते हैं। उनकी सभी समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा, यूनिवर्सिटी पर वैसे समस्याओं को सुना जा रहा है।
धरने प्रदर्शन करने पड़ रहे हैं
मंगल दिवस न हो पाने के कारण ही स्टूडेंट्स को धरने प्रदर्शन करने पड़ रहे हैं, ऐसा स्टूडेंट्स का भी मानना है।
बीते दिनों में हुए प्रदर्शन
अभी 11 नवम्बर से लेकर 14 नवम्बर तक लगातार यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स ने धरना प्रदर्शन किया, जिसमें सैकड़ो स्टूडेंट्स रिजल्ट खराब होने की वजह से यूनिवर्सिटी पहुंचे थे।
एक सप्ताह पहले भी यूनिवर्सिटी के गेट पर स्टूडेंट्स ने कॉपी देखने को लेकर हंगामा धरना किया था।
इससे पहले करीब स्टूडेंट्स ने एक माह पहले कैंटिन के मुद्दे पर धरना प्रदर्शन किया था।
अब मंगल दिवस को लेकर स्टूडेंट्स प्रदर्शन की तैयारी में हैं।
छात्रसंघ चुनाव न होने से कोई स्टूडेंट प्रतिनिधि यूनिवर्सिटी में अपनी व स्टूडेंट्स की समस्या नहीं रख पाता था, तो उसको लेकर हमने मांग की थी कुछ समाधान करने के लिए, तभी नई वीसी ने मंगल दिवस शुरू किया लेकिन महज कुछ ही दिन चला।
अंकित अधाना, छात्रनेता
जब नई वीसी आई तो ही एक दो माह मुश्किल से यह मंगल दिवस चला, लेकिन दो माह के बाद से यह कागजों पर ही चल रहा है, अब तो मजबूरन हमे फिर से धरने प्रदर्शन करने पड़ रहे हैं।
विनित चपराना, छात्रनेता
मंगल दिवस समस्याओं को सुनने के लिए शुरू किया गया था, बदकिस्मती से वीसी अपने नियमों को खुद ही नहीं चला पाई है, मंगल दिवस अब कागजो में है।
चेतन पाल, स्टूडेंट
इस संबंध में कमेटी बनाई गई थी, जोर शोर से शुरू किया गया। लेकिन आज मंगलदिवस पर पानी फिर चुका है।
अजीत जाटव, स्टूडेंट
मंगल दिवस पर स्टूउेंट्स की समस्याअेां को सुनकर समाधान करना था, महज दो माह के बाद से कोई मंगल दिवस नहीं हुआ, सब कागजों मे हैं।
दिवाकर सैनी, स्टूडेंट
मंगल दिवस को स्टूडेंट्स की समस्याओं को सुनने के लिए किया गया था। जो चलाया भी गया, बीच में कुछ बिजी शैड्यूल चलते नहीं हो पाया था, लेकिन इस बीच अलग से जो भी स्टूडेेंट्स समस्या लेकर पहुंचे उनको सुना गया है। बाकी अब दीक्षांत समारोह के बाद इसे फिर रेगुलर किया जाएगा।
प्रो। संगीता शुक्ला, वीसी, सीसीएसयू