Meerut। शहर स्थित घंटाघर क्षेत्र शहर विधान सभा के अंतर्गत आता है। मिली-जुली आबादी वाले इस क्षेत्र में सभी जाति-धर्म और वर्ग के लोग रहते हैं। हालांकि शहर को सुविधाएं परोसने वाले नगर निगम का मुख्यालय भी इस क्षेत्र में हैं, लेकिन आज तक इस क्षेत्र का संपूर्ण विकास नहीं हो पाया। चाहे सरकार समाजवादी पार्टी की रही हो या फिर भाजपा के सीटिंग एमएलए, लेकिन शहर में आने के बाद भी यह क्षेत्र देहात जैसी समस्याओं से नहीं उबर नहीं पा रहा है।
मेरठ। इस क्षेत्र में गोपाल चाय वाले की दुकान की खास पहचान है। दिन निकलते ही आसपास के लोग व नगर निगम के कर्मचारी यहां आकर चाय की प्याली थाम लेते हैं। सोमवार को भी दिन निकलते ही यहां लोगों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया। गर्म चाय और पकौड़ों के साथ जमने वाली महफिल न जाने कब में राजनीतिक परिचर्चा क रूप ले लिया, कुछ पता नहीं चला।
-गोपाल ने जैसे ही चाय की प्यालियां पकड़ानी शुरू की। पंकज ने राहुल के मुहं से निकल पड़ा, इस बार तो चाय वाले को ही वोट देना है। बस फिर क्या था बगल में बैठे सुल्तान ने पंकज की बात काटते हुए कहा कि वैसे भी तुम्हारे नेता (मोदी) ने सबको लाइन में लगाने में कोई कोर कसर बाकि छोड़ी है।
-चाय को उठाते हुए सोनू ने कहा कि बात देश की क्यों करते हो। अपने क्षेत्र के नेताओं से पार पाया नहीं जा रहा। नाप पूरे देश की रहे हो। विधायक भी अपने इलाके में कम दिखते हैं।
-कप खाली करते हुए संजय ने कहा, अरे भैया क्षेत्र का प्रतिनिधि भी उसी पार्टी से है, जिसकी तुम बात कर रहे हो। शहर की हालत आज भी वैसी है, जिसकी तुम बात कर रहे हो।
-तभी पंकज बोले अरे तुम्हारे मंत्रियों ने कौन सा क्षेत्र की काया पलट करा दी। प्रदेश में तो आपकी सरकार है। क्यों नहीं कराया विकास?
-अब बात क्षेत्र के विकास की निकली तो बगल कि बेंच पर बैठे वेदपाल तैश में आ गए। बोले, प्रदेश सरकार से क्या होता है। विधायक तो आपकी पार्टी के हैं। क्षेत्र के विकास को लिए उनको भी तो करोड़ों रुपया मिलता है। कहां गया वो पैसा?
-विकास की बात आई तो तो सुल्तान ने कहा, भैया चाहे कोई पार्टी आ जाए। विकास तो कोई न कराएगा। सारे के सारे नेता तो एक थाली के ही चट्टे-बट्टे हैं।
टी प्वाइंट
सब लोगों की बात बड़े ध्यान से सुन रहे गोपाल से भी न रहा गया। गोपाल ने कहा भैया गरीबों की कोई पार्टी न है। चाहे कोई पार्टी आ जाए, हमें तो फिर भी चाय ही बनानी है। मुझे क्या, सभी को अपना-अपना काम ही करना है।
विकास का मुद्दा सबसे बड़ा मुद्दा है। हमें पार्टी से अधिक प्रत्याशी की छवि को ध्यान में रखकर चलना चाहिए। हमारे बीच में तो प्रत्याशी ही रहेगा।
-सोनू
वर्तमान सरकार में बेरोजगारी चरम पर है। पढ़े-लिखे लोगों को कोई नौकरी नहीं मिल रही। सारे अपराध की जड़ बेरोजगारी है।
-पंकज
क्षेत्र के विकास का मुद्दा सबसे बड़ा मुद्दा है। यदि कोई विधायक पांच सालों में क्षेत्र का विकास नहीं करा पाता, तो उसका दोबार नहीं चुनना चाहिए।
-संजय