- अच्छे मार्क्स के लिए रणनीति के साथ करे तैयारी
Meerut- सीबीएसई की ओर से इस साल यूजीसी नेट यानि नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट 10 जुलाई को आयोजित होगा। ऐसे में अभ्यर्थियों के सामने तैयारी के लिए करीब एक माह का समय है। यदि सही रणनीति के साथ फोकस रखकर तैयारी की जाए तो इस परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के साथ-साथ आप जूनियर रिसर्च फैलोशिप यानि जेआरएफ व लेक्चररशिप दोनों के लिए क्वालिफाई कर सकते हैं।
क्या होगा पेपर पैटर्न
यूजीसी नेट में कुल तीन पेपर होते हैं। पहला पेपर सभी के लिए अनिवार्य है। 100 अंकों के इस पेपर में टीचिंग एप्टिट्यूड, रिसर्च एप्टिट्यूड, रीजनिंग, डाटा इंटरप्रिटेशन, इनफॉर्मेशन एंड कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी, कंप्रिहेंशन, और जनरल अवेयरनेस से जुड़े 60 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते हैं। इनमें से सिर्फ 50 प्रश्न हल करने होते हैं। दूसरे और तीसरे पेपर के प्रश्न नेट के लिए चुने गए पीजी विषय पर आधारित होते हैं। दूसरे पेपर में सभी प्रश्न संबंधित विषय के ग्रेजुएशन और पीजी कोर्स से आते हैं, जिनमें 100 अंकों के कुल 50 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते हैं। तीसरे पेपर में चयनित विषय के प्रश्न पीजी लेवल के कोर्स से पूछे जाते हैं। इस पेपर में 150 अंकों के 75 प्रश्न पूछे जाते हैं।
इन बातों का रखें खयाल
वी क्लासेस के डायरेक्टर विवेक गोयल के अनुसार नेट के लिए विभिन्न बातों का ख्याल रखना होता है।
- नेट क्वालिफाई करने के लिए तीनों प्रश्नपत्रों में कट-ऑफ यानी सभी पेपर्स में न्यूनतम पासिंग मार्क्स पाना जरूरी है।
- ऐसे में अभ्यर्थी तीनों प्रश्नपत्रों को बैलेंस में रखकर तैयारी करें। ताकि तीनों प्रश्नपत्रों में औसत से ज्यादा अंक हासिल हो सकें।
- जेआरएफ के लिए प्रतिस्पर्धा कड़ी होती है। इसलिए इसमें और ज्यादा मेहनत करने की जरूरत होती है। ऐसे में कोशिश करें कि परीक्षा में मिनिमम क्वालिफिकेशन मार्क्स 65 प्रतिशत से ज्यादा ला सकें।
ऐसे करें तैयारी
करियर लांचर के मेरठ ब्रांच के डायरेक्टर विक्रांत जावला के अनुसार -
- स्टूडेंट्स जनरल अवेयरनेस और परसेप्शन पर आधारित प्रश्नों की तैयारी के लिए रोजाना अखबार गंभीरता से पढ़ें।
-टीचिंग एप्टिट्यूड, रीजनिंग और कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी के प्रश्नों को समझने के लिए बीते वषरें के प्रश्नपत्र हल करें। इससे आप निर्धारित समय-सीमा में प्रश्नों को हल करने की आदत डाल सकेंगे।
- नेट में चयनित विषय की तैयारी के लिए ग्रेजुएशन तथा पोस्ट ग्रेजुएशन की पाठ्य पुस्तकों का गहन अध्ययन करें, सेलेक्टिव होकर पढ़ाई बिल्कुल न करें।
-कोशिश करें कि विषय की टेक्स्ट बुक्स का परीक्षा से पहले कम से कम तीन से चार बार रिविजन जरूर कर लें।
-जो अभ्यर्थी गणित की पृष्ठभूमि से नहीं हैं वे पहले प्रश्नपत्र की तैयारी के संबंध में मार्गदर्शन के लिए किसी सीनियर या कोचिंग संस्थान की भी मदद ले सकते हैं।