यूपी बोर्ड एग्जाम में पकड़े गए दो मुन्ना भाई।
10वीं की परीक्षा दे रहे थे ओल्ड स्टूडेंट्स
MEERUT : यूपी बोर्ड एग्जाम को पूरी तरह से नकलविहीन कराने के लिए प्रशासन के तमाम दावे मंगलवार को हवा हवाई साबित हो गए। क्योंकि पकड़े गए दो मुन्ना भाई ने इन दावों को फेल कर दिया। मेरठ में यूपी बोर्ड हाईस्कूल की मुख्य परीक्षाओं के पहले ही दिन नकलमाफिया का खेल उजागर हो गया। मंगलवार को मेरठ के किठौर थानाक्षेत्र में दूसरे छात्रों की परीक्षा देते दो मुन्ना भाई को कॉलेज प्रबंधक ने धर दबोचा।
ये है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार मंगलवार को किठौर थानाक्षेत्र के सम्राट चंद्रगुप्त सुभारती इंटर कॉलेज में चल रही यूपी बोर्ड की परीक्षा की प्रथम पारी में हिंदी विषय की परीक्षा चल रही थी। इस दौरान कॉलेज प्रबंधन कमेटी ने दो मुन्ना भाई धर दबोचे। पकड़े गए मुन्नाभाई जैद पुत्र गजन्फर निवासी नित्यानंदपुर ललियाना निवासी फहीम केस्थान पर परीक्षा दे रहा था। दूसरा आरोपी वसीम पुत्र सिब्तेहसन निवासी बहरोड़ा भी आदिल निवासी ललियाना के स्थान पर परीक्षा दे रहा था।
पुराने स्टूडेंट थे आरोपी
जानकारी में डाल दें कि पकड़े गए दोनों मुन्ना भाई पुराने स्टूडेंट्स है। हालांकि केंद्र व्यवस्थापक इसके बारे में छुपा रहे है कि वो पुराने स्टूडेंट्स है, लेकिन सूत्रों से जानकारी मिली है कि रुम में चेकिंग के दौरान केंद्र व्यवस्थापक ने पहचाना है। सूत्र बताते है इनमें से एक स्टूडेंट तो काफी साल पुराना स्टूडेंट है, दूसरा उसका पुराना मित्र है। सूत्र तो ये भी बताते है कि इन दोनों मुन्ना भाई के पीछे कोई गैंग छुपा हुआ है, जो पिछले कई सालों से इस तरह से नकल का गोरखधंधा चला रहे है।
उठता है सवाल
सवाल तो ये उठता है कि केंद्र पर एंट्री के दौरान बकायदा पहचानपत्र देखकर ही एंट्री दी जाती है। गेट पर एंट्री के दौरान पुलिस प्रशासन, निरीक्षक चेकिंग करते है, लेकिन इतना सब होने के बाबजूद भी नकलमाफिया ने नाक के नीचे से कमरे तक एंट्री कैसे ले ली और कैसे डेढ़ घंटा तक रुम में बैठकर परीक्षा दी।
क्या कहते है
मुझे नही पता वो पुराने स्टूडेंट है या नहीं, इनको परीक्षा शुरु होने के डेढ़ घंटे में ही फोटो देखकर पहचाना गया। शुरु में चेकिंग के दौरान भीड़ में सही से पहचानपत्र नहीं देख सके, दूसरी बार रुम में चेकिंग में पता लगा।
राजेंद्र कुमार, केंद्र व्यवस्थापक
इस बारे में सुनने में आ रहा है ओल्ड स्टूडेंट हैं, लेकिन अभी साफ पता नहीं लगा है, जांच चल रही है। फिलहाल एफआईआर दर्ज करा दी गई है।
गिरिजेश चौधरी, डीआईओएस
ऑनलाइन हुए सेंटर लिंक
बोर्ड परीक्षा को लेकर शासन ने ऑनलाइन कैमरों को लिंक करने के निर्देश दिए थे। जिनके पास ये व्यवस्था करने के लिए बजट था, उन कॉलेजों को लिंक करने के लिए हिदायत दी गई थी। पहले दिन परीक्षा के तीन केंद्र ऑनलाइन लिंक हो चुके है।
तीन हुए है ऑनलाइन लिंक
सबसे पहले मल्लू सिंह आर्य कन्या इंटर कॉलेज ने ऑनलाइन लिंक किया था। जिसके बाद किसान इंटर कॉलेज मोहद्दीनपुर एवं जनता जागृति इंटर कॉलेज ईकड़ी ये तीनों सेंटर मंगलवार को सीसीटीवी कैमरे ऑनलाइन बोर्ड से लिंक कर दिए गए है। चेकिंग के दौरान डीआईओएस गिरिजेश कुमार ने इन सीसीटीवी कैमरों का भी निरीक्षण किया था।
मेरठ में रहे अनुपस्थित
मेरठ में हाईस्कूल की परीक्षा देने वालों में 2500 व इंटर में 292 स्टूडेंटस एबसेंट रहे। वहीं क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय से संबंधित 17 जनपदों में 38 हजार 926 एवं इंटर में 3648 परीक्षार्थी ने परीक्षा छोड़ी। वहीं चारों मंडल में हाईस्कूल में पहले दिन 14 नकलची पकड़े गए है। इनमें 10 बालक व 4 बालिकाएं पकड़ी गई है।