मेरठ (ब्यूरो)। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के इस वायाडक्ट का आखिरी सेगमेंट दुहाई आरआरटीएस स्टेशन के पास रखा गया है। इसी के साथ, प्रायोरिटी सेक्शन में आरआरटीएस ट्रेनों का ट्रायल रन शुरू करने की तैयारियां भी आखिरी पड़ाव पहुंच गई हैं।

ट्रॉयल रन की तैयारी
गौरतलब है कि एनसीआरटीसी अगले महीने के अंत तक प्रायोरिटी सेक्शन में आरआरटीएस ट्रेनों का ट्रायल रन आरंभ करने की तैयारी कर रहा है। इस क्रम में शुक्रवार को लॉन्चिंग गैंट्री (तारिणी) द्वारा गर्डर का आखिरी सेगमेंट लिफ्ट करके पिलर पर फिट किया गया। जिसके साथ ही साहिबाबाद से दुहाई के बीच के प्रायोरिटी सेक्शन तक के वायडक्ट का निर्माण पूरा हो गया।

ओएचई का इंस्टॉलेशन पूरा
इस वायाडक्ट पर ट्रैक बिछाने, ओएचई और सिग्नलिंग का कार्य भी तेजी से चल रहा है। अब तक इस वायाडक्ट पर लगभग 27 ट्रैक किलोमीटर (लगभग 13.5 किमी का वायाडक्ट) का काम और लगभग 35 प्रतिशत ओएचई के इंस्टॉलेशन का काम पूरा कर लिया गया है।

2025 का लक्ष्य
आरआरटीएस की दो ट्रेनें गुजरात के सावली स्थित मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट से दुहाई डिपो पहुंच चुकी हैं तथा वर्तमान में, उनकी विभिन्न डायनेमिक और स्टेटिक टेस्टिंग की जा रही है। हाल ही में, एनसीआरटीसी ने एलटीई कम्युनिकेशन नेटवर्क पर यूरोपीय ट्रेन कंट्रोल सिस्टम (ईटीसीएस) लेवल 2 सिग्नलिंग प्रणाली के साथ आरआरटीएस ट्रेनसेट की डायनेमिक टेस्टिंग भी सफलतापूर्वक पूर्ण की है। एनसीआरटीसी ने प्रायोरिटी सेक्शन में अगले वर्ष मार्च 2023 में और पूरे कॉरिडोर पर वर्ष 2025 में आरआरटीएस ट्रेनें संचालित करने का लक्ष्य रखा है।