मेरठ ब्यूरो। दीवान पब्लिक स्कूल में टीचर्स के लिए योग कार्यशाला हुई। इस अवसर पर वक्ता योग एवं एक्यूप्रेशर डॉ। पल्लवी रस्तोगी ने सभी टीचर्स को योगासन कराए। उन्हें एक्युप्रेशर के बारे में भी बताया। उन्होंने सभी टीचर्स से अपील की वो दिनचर्या में योग को शामिल करें ताकि वो स्वस्थ्य रह सकें। स्कूल में एक योग क्लास अवश्य लगाएं।
सात चक्रों की दी जानकारी
डॉ। पल्लवी रस्तोगी ने शरीर के शरीर के सातों चक्रों की विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि इन चक्रों को नाडिय़ों का संगम कहा जाता हैं। उन्होंने कहा यह चक्र निंद्रा व भोजन को प्रबल स्थान देते हैं, जीवन में आमोद -प्रमोद, कर्मयोगी सृजनशीलता व बौद्धिक सिद्धि प्राप्त करने में सहायक होते हैं।
टीचर्स को प्रेरित किया
डॉ। पल्लवी गुप्ता ने बताया कि अंतिम चक्र सहस्रार को यदि मनुष्य प्राप्त कर ले तो मनुष्य ऊर्जा की चरम सीमा को प्राप्त कर लेता है, जीवन में अपार सुख की प्राप्ति होती है। इन चक्रों को प्राप्त करने का मुख्य साधन योग बताया गया जिसके लिए उन्होंने अध्यापकों को अनेक योगासन भी सिखाए। कार्यक्रम का सुव्यवस्थित संचालन व्यवस्था विद्यालय की काउंसलर रितु कौशिक एवं निशा रावल कपूर द्वारा की गई। निदेशक एचएम राउत ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और योग को अपने नियमित जीवन शैली में डालने के लिए अध्यापकों को प्रेरित किया। प्रिंसिपल एके दुबे ने अतिथियों द्वारा अपना अमूल्य समय देने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने योग को शारीरिक एवं बौद्धिक विकास के लिए लाभप्रद बताया।