मेरठ ब्यूरो। विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर केएमसी चिकित्सा एवं कैंसर संस्थान में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। केएमसी परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में संस्थान के मुख्य चिकित्सक डा। सुनील गुप्ता ने लोगों को तम्बाकू के प्रयोग से होने वाली बीमारियों और नुकसान के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि तंबाकू से लोग गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। बीमारियों के कारण वे समय से पहले ही मौत के मुंह में चले जाते हैं। अब किशोर भी तंबाकू खाने के आदी हैं। आज तंबाकू न सिर्फ किशोरों के दिमाग को प्रभावित कर रहा है बल्कि नई पीढ़ी को खासा नुकसान पहुंचा रहा है।
डॉक्टर्स ने सुझाव दिए
इस मौके पर डा। सुनील गुप्ता के अलावा डा। अंशुल बंसल (महिला कैंसर रोग विशेषज्ञा एवं सर्जन) डा। मनोज पाल (कैंसर रोग विशेषज्ञ), डा। प्रतिभा अग्रवाल (स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञा)। डा। गगन खरे (दंत एवं मुँह रोग विशेषज्ञ), डा। राजीव जैन (नाक, कान एवं गला रोग विशेषज्ञ) एवं अन्य चिकित्सकों ने लोगों को जागरुक किया और अपने-अपने विचार व सुझाव लोगों के समक्ष रखे।
बच्चे में हो रहा विकार
डा। प्रतिभा ने बताया कि महिलाओं में तंबाकू का सेवन से गर्भधारण करने में परेशानी उत्पन्न होना, गर्भपात या होने वाले बच्चे में विकार उत्पन्न कर सकता है एवं पुरुषों में शुक्राणु की मात्रा में कमी आ सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक निकोटिन से हर साल 54 लाख मौतें होती हैं।