निवर्तमान उपाध्यक्ष और निवर्तमान सदस्यों ने बोर्ड के छह साल की उपलब्धियों को बताया।
Meerut। छावनी परिषद में निर्वाचित सदस्यों का कार्यकाल खत्म हो चुका है। बोर्ड भंग होने के बाद निवर्तमान उपाध्यक्ष और निवर्तमान सदस्यों ने बोर्ड के छह साल की उपलब्धियों को बताया। कहा कि उनके प्रयास से सीवरेज के दूसरे चरण के कार्य के लिए मध्य कमान से 36 करोड़ रुपये की स्वीकृति भी मिल गई है। आगे भी जनता का काम करते रहेंगे।
जनहित के काम कई हुए
बुधवार को व्हीलर क्लब में पत्रकारों से निवर्तमान उपाध्यक्ष बीना वाधवा व निवर्तमान सदस्य रीनी जैन, बुशरा कमाल, अनल जैन और नीरज राठौर रूबरू हुए। बीना वाधवा ने कहा कि पिछले छह साल में जनहित में बहुत काम हुए हैं। वार्ड चार, पांच, छह में आठ करोड़ की लागत से सीवरेज का काम हुआ है। दूसरे चरण में वार्ड एक, दो, तीन, सात और आठ के लिए 36 करोड़ की स्वीकृति मिली है। मोबाइल कनेक्टिविटी सुधरी है। गेल की गैस लाइन बिछाने का काम हुआ। पूरी छावनी में एलइडी लाइट, डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन, स्वच्छता रैं¨कग में स्थान लाने, नक्शा पास कराने सहित कई अन्य कार्य हुए। छावनी की प्रस्तावित लैंड पालिसी को लेकर उन्होंने कहा कि कम से कम दर में ओल्ड ग्रांट की प्रापर्टी को फ्री होल्ड करनी चाहिए। चुनाव को लेकर आगे की रणनीति पर पूछे सवाल पर बीना वाधवा ने कहा कि वे सभी भाजपा के हैं। आगे पार्टी जैसा निर्णय लेगी, वह वैसा करेंगे। वार्ता के दौरान सुनील वाधवा, अजमल कमाल, अनंत जैन भी उपस्थित रहे।