मेरठ, ब्यूरो। गौरतलब है कि शहर के कुछ वीआईपी वार्डों तक निगम की गाडिय़ां फॉगिंग कर खानापूर्ति कर देती है। जबकि हकीकत में शहर के अधिकतर वार्ड फॉगिंग से महरूम हैं। हालांकि, निगम शहर के सभी वार्डों में एक दो गली में फॉगिंग कर स्थानीय पार्षद से प्रमाण पत्र लेकर निगम कागजों में फॉगिंग पूरी तरह करा रहा है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है।
वीआईपी वार्ड तक सीमित फॉंिगंग
शहर में मच्छरों की तादाद दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। बावजूद इसके, अभी तक नगर निगम मच्छरों को मारने के लिए सिर्फ फॉगिंग पर ही निर्भर है। फॉगिंग भी केवल कुछ ही वार्ड में गिनी चुनी गलियों तक सीमित है। हालत यह है कि शहर की मलिन बस्तियों में तो फागिंग नाम मात्र तक सीमित है। राजेंद्रनगर, कैलाशपुरी, मदीना कालोनी, मेवगढ़ी, विकासपुरी, शेरगढ़ी, सरायकाजी, वेदव्यासपुरी, गौतमनगर, जाकिर कालोनी, मलियाना, कंकरखेड़ा जैसी सैकड़ों इलाकों में फागिंग ना के बराबर है या फिर हुई ही नही है।
मिल रहे केस
इन क्षेत्रो में लगातार डेंगू के केस मिल रहे हैं। नगर निगम के शिकायत केंद्र और आईजीआरएस की बात करें तो उसमें सबसे ज्यादा शिकायत गंदगी और फागिंग ना होने की आ रही है। लेकिन बावजूद इसके निगम का ध्यान इस तरफ नही है।
कागजों में फागिंग
शहर में फॉगिंग के लिए नगर निगम ने 90 वार्डों के लिए करीब दस लाख रुपये का बजट बनाया है। इसमें फॉगिंग के लिए दवाई, तेल, मशीन की मरम्मत आदि सभी शामिल है। 20 लाख की आबादी वाले शहर में 10 लाख रुपये फागिंग का रखा गया है। इस बजट के साथ 75 हैंड फागिंग मशीन के साथ 3 बड़ी मशीनों को फागिंग का काम रोस्टर के अनुसार दिया हुआ है। रोजाना शाम के समय शहर के वार्डों में रोस्टर के अनुसार फागिंग की जा रही है लेकिन इसके बाद भी शहर के अधिकतर वार्ड फागिंग से महरूम हैं।
फागिंग के लिए वार्ड वार रोस्टर बनाया हुआ है और रोस्टर के आधार पर ही शहर के विभिन्न वार्डों में फॉगिंग कराई जा रही है। जिन वार्डो में फागिंग नही हुई है वह मुझसे संपर्क कर सकते हैं।
- डॉ। गजेन्द्र सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी
हमारे वार्ड में पिछले माह एक बार गाड़ी आई थी और फॉगिंग करने के बाद दोबारा आज तक गाड़ी नही आई है। आसपास जंगल होने के कारण मच्छरों का भरपूर प्रकोप है। जबकि सप्ताह में एक बार तो फागिंग होनी चाहिए।
- कमल, मेडिकल कैंपस
मच्छरों के कारण तो वार्ड में बीमारों की संख्या अत्याधिक बढ़ रही है। फागिंग के लिए निगम की गाड़ी दूर साफ सफाई तक के लिए निगम के कर्मचारी नही आते हैं।
- संजय, राजेंद्र नगर
फागिंग हमारे वार्ड में अभी तक नही हुई है। कई बार निगम के पास पार्षद के माध्यम से शिकायत कर मांग की जा चुकी है, लेकिन यहां गलियों में फागिंग नही हो रही है।
- आशाराम, सरायकाजी
बरसात के बाद दो माह पहले शाम के समय फागिंग करने के लिए बाइक पर निगम के कर्मी आए थे। उसके बाद अभी तक फॉगिंग नही हुई है। हमारे क्षेत्र में नाला होने के कारण मच्छरों का बहुत अधिक प्रकोप है।
- चिंतामणि, जागृति विहार