मेरठ (ब्यूरो)। बीते चार साल की तरह इस साल भी दिल्ली रोड स्थित इंडस्ट्रियल एरिया जलभराव की समस्या जूझ रहा है। ये अलग बात है कि इंडस्ट्रियल एरिया को जलभराव से निजात मिले या न मिले, मगर हर साल नगर निगम या मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) द्वारा निजात दिलाने का आश्वासन तो मिल ही जाता है। इस साल ये आश्वासन मेडा ने दिया है।
मेडा ने लिया संज्ञान
गौरतलब है कि दिल्ली रोड स्थित चार प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र समेत आसपास की कालोनियां हर साल बरसात के बाद जलभराव से जूझती हैं। इसके लिए बकायदा हर साल नगर निगम प्रशासन के स्तर पर योजनाएं बनती हैं और काम भी किया जाता है। लेकिन इन योजनाओं का कोई फायदा जमीनी स्तर पर मिलता नहीं दिख रहा है। ऐसे में इंडस्ट्रीलिस्ट की लगातार शिकायतों के बाद एमडीए ने मामले का संज्ञान लेते हुए दिल्ली रोड स्थित 11 इंडस्ट्रीयल एरिया समेत कालोनियों से वॉटर लॉगिंग की समस्या दूर करने के लिए दिल्ली रोड पर दूसरी तरफ नाला बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है।
11.63 करोड़ से बनेगा नाला
दरअसल, दिल्ली रोड पर इंडस्ट्रीयल एरिया की जल निकासी के लिए केवल एक तरफ नाला बना हुआ है। एक ही तरफ नाला होने के कारण दिल्ली रोड के चार प्रमुख इंडस्ट्रीयल एरिया समेत दो दर्जन से अधिक कालोनियों का पानी एक ही नाले से निकालता है। जरा-सी तेज बारिश होते ही इंडस्ट्रीयल एरिया में जल निकासी प्रभावित हो जाती है। जल निकासी ना होने के कारण इंडस्ट्रीयल एरिया की मुख्य सड़क से लेकर गलियों, पार्क और इंडस्ट्रीज के परिसर तक में पानी भर जाता है। इसके समाधान के लिए मेडा ने बाह्य विकास निधि से 11.63 करोड़ की लागत से नाला बनवाने की योजना बनाई है। यह नाला मुकुट महल होटल से डीएन पॉलीटेक्निक तक बनाया जाएगा। इसके तहत जल निकासी हो सके इसके लिए शताब्दीनगर होते हुए गगोल मार्ग की तरफ बड़े नाले से इसे जोड़ा जाएगा।
मेडा का ये है प्लान
11 इंडस्ट्रीयल एरिया के लिए बनाई गई योजना।
दिल्ली रोड के 8 वार्डों के मोहल्लों को मिलेगी राहत।
इसके लिए विकास निधि से 11.63 करोड़ से नाला बनाने की योजना।
मुकुट महल से डीएन पॉलिटेक्निक होते हुए शताब्दीनगर तक बनेगा नाला।
इस क्षेत्रों के लिए बनी योजना
परतापुर, फुटबाल चौक, माधवपुरम, मोहकमपुर, स्पोट््र्स गुड्स कांप्लेक्स, ट्रांसपोर्ट नगर, नूर नगर, साईंपुरम, सरस्वती लोक, ध्यानचंद नगर।
फैक्ट्स पर एक नजर
गत वर्ष अटल योजना के तहत 26 करोड़ की लागत से सड़कों और नालों के निर्माण की बनी थी योजना।
परतापुर स्थित औद्योगिक क्षेत्र में अब यूपीसीडा (उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण) द्वारा होना था सड़क का निर्माण।
साल 2022 में 26 करोड़ की लागत से इंडस्ट्रीयल एरिया की सूरत सुधारने की कवायद शुरू की गई थी।
नगर निगम ने 7.41 करोड़ रुपये की लागत से दिल्ली रोड किनारे 3800 मीटर लंबे नाले का निर्माण शुरू किया था जो आज भी अधूरा है।
साल 2021 में औद्योगिक क्षेत्र में मूलभूत समस्याओं के निस्तारण के लिए प्लान बनाया गया था, इसके लिए 6.5 करोड का बजट हुआ था फाइनल।
इंडस्ट्रीयल एरिया की ये हैैं बड़ी समस्याएं
मोहकमपुर, उद्योगपुरम, स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स, साईंपुरम में सड़कों की हालत जर्जर।
बरसात के सीजन में साईंपुरम, मोहकमपुर और स्पोट््र्स कांप्लेक्स औद्योगिक क्षेत्र में जलभराव की समस्या।
सालों पुराने नाले का लेवल मेन दिल्ली रोड के नाले से नीचे होना प्रमुख कारण।
इंडस्ट्रियल एरिया में ये निर्माण होने थे
मोहकमपुर औद्योगिक क्षेत्र में फेस-1 में सड़क और नाले का निर्माण।
उद्योगपुरम औद्योगिक डी-60 स्टीलिंग स्पोर्ट तक सड़क और नाले का निर्माण।
दिल्ली रोड पर मोहकमपुर सरस्वती औद्योगिक क्षेत्र में सड़क और नाली का निर्माण।
दिल्ली रोड स्थित गौशाला से डीएन पॉलीटेक्निक कॉलेज के पास नाले और सड़क का निर्माण।
मोहकमपुर औद्योगिक क्षेत्र में फेस-1 में जय दुर्गा प्रॉपर्टी से न्यू शंभू नगर गेट तक सड़क निर्माण।
मोहकमपुर औद्योगिक क्षेत्र फेस-1 एसके वेल्डिंग गली सहित तीन जगह पर सड़क नाले का निर्माण
इनका है कहना
योजनाएं तो हर साल बनती है पर विकास कार्य नही होते हैं। इसका नतीजा है कि उद्योगों को बहुत नुकसान होता है। क्लाइंट आने से कतराते हैं।
सुमनेश अग्रवाल
कुछ विकास कार्य पिछले साल हुए थे लेकिन वह भी महज खानापूर्ति तक सीमित रहे। जब तक मुख्य सड़क से जल निकासी का प्रबंध नहीं होगा समस्या जस की तस बनी रहेगी।
अनुराग अग्रवाल
सड़क व नाला निर्माण होने से साईंपुरम इंडस्ट्रीयल एरिया को लाभ मिला है लेकिन अंदर गलियों की हालत इस कदर खराब है कि माल लाने व ले जाने वाली गाडिय़ां तक निकल नहीं पाती हैं।
गौरव राजपूत
बाह्य विकास निधि से इंडस्ट्रीयल एरिया से जलभराव की समस्या दूर करने के लिए नाला कनेक्ट करने की योजना बनाई गई है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया जारी है। जल्द काम शुरु होगा।
विजय कुमार, सीटीओ, मेडा