24 माह में पूरा होना है हाईवे के चौड़ीकरण का काम

16 गांवों की 96.16 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है

किनारों पर मिट्टी डालने से आगे नहीं बढ़ पा रहा निर्माण कार्य

Meerut। मेरठ-नजीबाबाद हाईवे-119 के चौड़ीकरण का कार्य तय लक्ष्य से काफी पीछे चल रहा है। विभिन्न स्तरों पर हुई अनदेखी के कारण अभी तक मेरठ से मवाना के बीच किनारों को खाली कर मिट्टी डालकर चौड़ीकरण का कार्य बेहद धीमा है। जबकि कुछ स्थानों पर मिट्टी डालने का काम भी शुरू नहीं हो सका है।

मिट्टी डालने का कार्य जारी

मेरठ-नजीबाबाद हाईवे-119 के चौड़ीकरण के लिए मेरठ से मवाना के बीच किनारों पर मिटटी डालने का कार्य जारी है। हालांकि पूर्व में कोरोना और अब बरसात के कारण चौड़ीकरण का कार्य बाधित हो रहा है। सबसे अधिक दिक्कत जमीन पर कब्जे को लेकर भी है। प्रशासन स्तर पर की गई अनदेखी के कारण कई जमीन के हिस्सों पर कब्जा नहीं मिल सका है। सबसे अधिक दिक्कत मवाना रोड स्थित गांव जलालपुर जमालपुर में है। यहां किसान मुआवजा संबंधित अपनी मांग पर अड़े हुए हैं।

476.16 करोड़ का वितरण

हाईवे चौड़ीकरण के लिए जनपद में 16 गांवों की 96.16 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। अधिकांश भूमि का अधिग्रहण पूरा कर एनएचएआइ को जमीन सौंप दी गई है। साथ ही जमीन के बदले 476.16 करोड़ रुपये का मुआवजा भी किसानों को वितरित किया जा चुका है।

छोटे पुलों का शुरू हुआ निर्माण

चौड़ीकरण का कार्य गति नहीं पकड़ पाने के कारण अब निर्माण कंपनी ने मेरठ से मवाना के बीच पड़ने वाले करीब एक दर्जन छोटे पुलों का निर्माण कार्य शुरू किया है। कई पुलों के लिए पिलर तैयार हो रहे हैं।

हाईवे-119 के लिए अधिकांश जमीन का अधिग्रहण कर एनएचएआइ को कब्जा दिया गया है। जहां दिक्कत है, वहां वार्ता कर समाधान का प्रयास जारी है।

सुलतान अशरफ सिद्दीकी, एडीएम एलए