9:30 मिनट से शुरू होगा राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
1 बजकर 35 मिनट दोपहर से शाम 4 बजकर 35 मिनट तक अच्छा समय है
7 बजकर 30 मिनट शाम से रात 9:30 के बीच में बहुत अच्छा मुहूर्त है
इस बार शुभ ग्रहों और नक्षत्रों की मौजूदगी में खास होगा त्योहार
सर्वार्थ सिद्धि योग के कारण इस रक्षाबंधन में पूर्ण होगी मनोकामनाएं
आयुष्मान योग भाई की कलाई पर बंधने वाले रक्षासूत्र को और मजबूत करने के साथ दोनों को दीर्घायु प्रदान करता है
3 अगस्त को है सावन सोमवार का योग
भगवान कृष्ण को भाई मानकर भेंट करें राखी
स्नान के बाद भगवान कृष्ण की तस्वीर के सामने राखी रख दें
प्रार्थना करें कि हे ईश्वर हमारी रक्षा करें
29 साल बाद रक्षाबंधन पर बन रहा है खास संयोग
प्रीति योग, आयुष्मान योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी पड़ रहे हैं
Meerut। आज रक्षाबंधन का त्योहार है, 29 साल के बाद भद्रा के बावजूद भी शुभ संयोग बन रहा है। श्रावण मास की इस पूíणमा को रक्षाबंधन और सावन का अंतिम सोमवार एक साथ है। इसी के साथ प्रीति योग, आयुष्मान योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी पड़ रहे हैं। इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा सिर्फ सुबह 9 बजकर 29 मिनट तक ही है।
मिठाई से परहेज
इस बार कोरोना काल ने त्योहारों का मिजाज बदल दिया है। इसलिए भाई और बहनें बाजार की मिठाई से परहेज कर रही हैं। विद्वानों के मुताबिक आज के दिन भगवान को याद करके बहनें अपने भाई को राखी बांधे ताकि कोरोना काल में सुरक्षित रहने की दुआ भी करें। ज्योतिषाचार्य समीर भटनागर के अनुसार इस बार राखी के त्योहार में विशेष मुहूर्त बन रहे हैं।
खास बन रहा है संयोग
विल्वेश्वरनाथ संस्कृत महाविद्यालय के प्रिंसिपल, डॉ। दिनेशदत्त शर्मा के अनुसार इसबार तीन अगस्त को सावन के सोमवार के साथ ही पूíणमा भी है, ऐसा संयोग बहुत ही कम पड़ता है कि सोमवार के दिन पूíणमा पड़ जाए इसके अलावा माना जा रहा है 3 अगस्त को चंद्रमा का श्रवण नक्षत्र भी मौजूद है.वहीं इस बार मकर राशि का स्वामी शनि और सूर्य भी आपस में समसप्तक योग बना रहे हैं, इस खास योग में रक्षाबंधन होने भाई और बहन दोनों के बीच प्यार बढ़ता है और दोनों की आयु बढ़ती है।
भगवान को अपना भाई मानें
औघड़नाथ मंदिर के पंडित श्रीधर त्रिपाठी के अनुसार कोरोना काल में रक्षाबंधन मनाने के लिए बहुत से भाई-बहन संभव है कि इस त्योहार पर न मिल पाएं,