मेरठ (ब्यूरो)। नमामि गंगे के तहत आबू नाला फेस-2 के लिए कमालपुर में 220 एमएलडी का सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास हुए आठ माह से अधिक समय बीत चुका है लेकिन यह प्लांट अभी तक तैयार नही हुआ है। इस प्लांट के निर्माण के साथ ही 65 एमएलडी का प्रस्तावित एक ओर प्लांट का काम अधर में है। प्लांट के संचालन के साथ यह उम्मीद जताई जा रही थी कि यह कार्य पूरा होने पर नालों में सिल्ट का निस्तारण हो जाएगा और सीवर के गंदे पानी को साफ कर इस पानी को फसलों की सिचाई करने में इस्तेमाल किया जा सकेगा लेकिन सभी काम अधर में अटके हुए हैं।

नौ माह से इंतजार
गौरतलब है कि इस साल की शुरुआत में नमामि गंगे के तहत जनवरी माह में कमालपुर में 220 एमएलडी का सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास किया गया था। इसके लिए नमामि गंगे योजना के तहत पैसा आ चुका था। लेकिन अभी तक इस प्लांट का निर्माण शुरू नही हो सका है। सूत्रों की मानें तो कमालपुर में शिलान्यास के बाद भी 220 एमएलडी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण शुरू नहीं हो सका। क्योंकि ठेका एजेंसी अभी तक शर्तें पूरी नहीं कर सकी। इससे यह प्रोजेक्ट अधर में लटक गया है। प्रोजेक्ट अटकने से शहर के सीवरेज जल की सफाई व दोबारा उपयोग का काम भी अधर रुका हुआ है।

जलशक्ति मंत्री से मांगा समाधान
इसे लेकर महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने गत माह केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल को भी पत्र भी लिखा था। महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने बताया कि यह प्रोजेक्ट पूरा होने से काली नदी में नालों के जरिए सीवर का गंदा पानी नहीं बहेगा। इस प्रोजेक्ट के अवरोध दूर कराकर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू कराने का अनुरोध भी किया जा चुका है। जल्द इस पर काम शुरू होगा।