मेरठ (ब्यूरो)। सीसीएसयू में दो साल पहले मंगल दिवस के आयोजन की घोषणा की गई थी। घोषणा के तहत हर सप्ताह मंगलवार को स्टूडेंट्स की समस्याओं के निस्तारण के लिए इस दिवस का आयोजन किया जाना था। कुछ दिन तक आयोजन हुआ भी, मगर कुछ माह बाद ही मंगल दिवस का आयोजन ठप पड़ गया। अब स्टूडेंट्स पहले की तरह ही अपनी समस्याओं के समाधान के लिए इधर-उधर भटकने को तैयार हैैं। इसी को लेकर लंबे समय स्टूडेंट्स मंगल दिवस के आयोजन की मांग कर रहे हैैं। स्टूडेंट्स ने सोशल मीडिया पर राज्यपाल से भी मंगल दिवस के दोबारा आयोजन की गुहार लगाई है।
आई थी 208 शिकायतें
दरअसल, प्रो। संगीता शुक्ला ने गत 24 दिसंबर 2021 में सीसीएसयू वीसी का पदभार संभाला था। उसके दो माह बाद ही वीसी ने छात्रों की मांग पर 20 फरवरी को सप्ताह के हर मंगलवार को मंगल दिवस मनाए जाने की घोषणा की थी। सीसीएसयू प्रशासन द्वारा जब यह सिलसिला शुरू किया गया था, तो स्टूडेंट्स ने भी इसकी प्रशंसा की थी। इसकी सफलता को देखते हुए दूर-दराज से स्टूडेंट्स अपनी समस्याओं का निवारण के लिए भी मंगल दिवस में पहुंचते थे। गौरतलब है कि फरवरी 2022 में मंगल दिवस की शुरुआत होते ही स्टूडेंट्स ने अपनी शिकायतें दर्ज करानी शुरू कर दी थी। दो माह मंगल दिवस के आयोजन के दौरान स्टूडेंट्स की करीब 208 शिकायतें आई थी। उनमें से करीब 120 शिकायतें का निस्तारण कर दिया गया था। बाकी शिकायतें सालभर से पेंडिंग चल रही हैं।
ट्विटर पर उठाया मुद्दा
सीसीएसयू के स्टूडेंट्स ने मंगल दिवस के दोबारा आयोजन के लिए अब ट्विटर पर गुहार लगाने लगे हैैं। स्टूडेंट लीडर अंकित अधाना, अरुण शर्मा, विनित चपराना, शान मोहम्मद ने वीसी प्रो। संगीता शुक्ला, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और सीसीएसयू को टैग करते हुए दोबारा मंगल दिवस के आयोजन की मांग उठाई है।
मंगल दिवस फिर शुरू करने की तैयारी है
हालांकि जून माह में जब स्टूडेंट्स ने मंगल दिवस के दोबारा आयोजन की मांग करते हुए हंगामा किया था तो वीसी ने कहा था कि बिजी शेड्यूल के चलते मंगल दिवस का आयोजन नहीं हो पाया। लेकिन इस बीच अलग से जो भी स्टूडेेंट्स समस्या लेकर पहुंचे उनको सुना गया। जल्द इसे मंगल दिवस फिर से शुरू करने की तैयारी है। मंगल दिवस के दोबारा आयोजन को लेकर रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार वर्मा का कहना था कि पहले परीक्षाओं की तैयारी, एडमिशन की प्रक्रिया और फिर नैक की तैयारियां के चलते कुछ सप्ताह मंगल दिवस का आयोजन नहीं हो पाया। वहीं, परीक्षा नियंत्रक डॉ। अश्वनी कुमार का कहना था कि जल्द मंगल दिवस की फिर से शुरुआत की जाएगी। स्टूडेंट्स को अगर कुछ समस्या है तो वह मेरे कार्यालय में भी आ सकते हैं। उनकी सभी समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा।
मंगल दिवस के तहत स्टूडेंट्स की समस्याओं का निस्तारण किया जा रहा था। मगर अचानक इसे बंद कर दिया गया। इसे दोबारा शुरू किया जाना चाहिए।
आकांक्षा
दो माह मुश्किल से यह मंगल दिवस का आयोजन हुआ उसके बाद इसे बंद कर दिया गया। अब यह बस कागजों पर ही चल रहा है।
दिव्यांशी
मंगल दिवस पर कम से कम स्टूडेंट्स की समस्याओं को सुना जाता था और उनका निस्तारण किया जाता था लेकिन अब यह बंद हो गया है।
निशा
मंगल दिवस के जरिए स्टूडेंट्स की समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान किया जाता था। मगर दो माह बाद ही मंगल दिवस का आयोजन बंद हो गया।
सृष्टि
मंगल दिवस का आयोजन स्टूडेंट्स की समस्याओं को सुनने के लिए किया गया था। जो चलाया भी गया, लेकिन अब उनकी समस्याओं को समस्त अधिकारी वैसे ही सॉल्व कर देते हैं। इसलिए अब मंगल दिवस के आयोजन की आवश्यकता नहीं है। अगर किसी को कोई समस्या है तो उसको सुना जाएगा और समाधान भी किया जाएगा।
प्रो। संगीता शुक्ला, वीसी, सीसीएसयू