मेरठ, (ब्यूरो)। आवंटियों ने आवास विकास कार्यालय के बाहर नारेबाजी कर अपनी परेशानियों से संबंधित ज्ञापन अधीक्षण अभियंता राजीव कुमार को दिया। इस दौरान आवंटी सुशील कुमार पटेल ने बताया कि आवास विकास द्वारा नवनिर्मित आवासीय कॉलोनी जागृति विहार एक्सटेंशन एक सरकारी योजना है इसमे जनता को सुगमतापूर्वक भवन या भूखंड मिलना चाहिए था। पर विभाग कई तरह के नियमों को बदलकर प्राइवेट कालोनाईजर की तरह बेहिसाब वसूली कर रहा है। इससे आवंटियों पर बोझ बढ़ रहा है।
धरने से नही मिल रहा कब्जा
आवंटी डॉक्टर आर। के। सक्केना ने बताया कि योजना में अधिकांश आवंटी आवास विकास से कब्जा प्राप्त कर चुके है। योजना में धरने पर बैठे किसानों के कारण विभाग वास्तविक कब्जा दिलाने मे असमर्थ है। विभाग ना तो किसानों का कोई निस्तारण कर पा रहा है और ना ही आवंटियों को कब्जा दिलाने में दिलचस्पी ले रहा है। इस कारण तमाम आवंटी जो किराए के मकानों मे रह रहे है। उन पर भवन की किस्तों के साथ वर्तमान मकान का 5-10 हजार किराए का अतिरिक्त भार पड़ रहा है। आवंटी दो साल का कोरोना काल झेल कर किसी तरह से उधार-पानी करके भवन कब्जे की प्रकिया को पूरा कर पाए है।
एक हफ्ते में निस्तारण की मांग
आवंटियों ने अपनी मांगों के निस्तारण के लिए आवास विकास को एक हफ्ते का समय दिया है। आवंटियों ने कहा कि अगर विभाग इसमें लेटलतीफी करता है तो आवंटी अपनी आवाज को अन्य विकल्पों के साथ और मजबूती से उठाएंगे। विभाग की घोर लापरवाही सामने आ रही है जिसे आवंटी अब बर्दाश्त नही करेंगे।
ये रहे मौजूद
प्रदर्शन में सुशील कुमार पटेल, आर के सक्सेना, राजेन्द्र कुमार, हिमांशु त्यागी, जितेन्द्र कुमार, चन्द्र प्रताप सिंह, नटवर लाल कर्दम, संतराम, धर्मेंद्र, विकाश कुमार, राम सिंह, गुरूदेव सिंह, हनी गुप्ता, सचिन वाधवा, हरिओम शर्मा, राहुल शर्मा, सुरेश चन्द शर्मा, संजय परमार, राजीव परमार, नृपेश कुमार आदि आवंटी शामिल रहे।