मेरठ (ब्यूरो)। सड़क, सीवर, स्ट्रीट लाइट, नाले, आवारा कुत्ते, कूड़े के ढेर, कूड़ा कलेक्शन और न जाने क्या-क्यासब नगर निगम के हाथ का कमाल है। कोई काम समय रहते और ढंग से होता ही नहीं है। यकीन नहीं आ रहा तो बता दूं कि नौचंदी मेले के उद्घाटन को 20 दिन बीत चुके हैैं और मेला अभी भी भर नहीं पाया है। नौचंदी मेला परिसर में जहां-तहां फैली गंदगी, झूलते बिजली के तार और हर तरफ फैली अव्यवस्थाओं का रियल्टी चेक बताता है कि मेला भरने में अभी समय लगेगा। हालांकि जब दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने नगर निगम से इस बाबत सवाल पूछा तो कोई फाइनल डेट नहीं बताई गई।

परिसर में अव्यवस्था व गंदगी
गत माह 20 मार्च को नौचंदी मेला का भव्य कार्यक्रम में उद्घाटन किया गया था। लेकिन अभी तक मेला परिसर बदहाल है। हापुड़ रोड से मेले के प्रमुख एंट्री गेट पाइंट तिरंगा गेट रोड पर कूड़े का ढेर लगा हुआ है। मेला परिसर के बीच में विद्युत पोल टूटे हुए हैं, बिजली लाइनों के तार ढीले व अधूरे पड़े हुए हैं। इतना ही नहीं, मेला परिसर में दुर्गा माता मंदिर के बराबर वाली कच्ची सड़क पर सीसी टाइल्स लगाने का काम अभी तक पूरा नहीं सका है। इस कारण से दिन के समय पूरे परिसर में धूल उड़ती रहती है।

पटेल मंडप तैयार नहीं
वहीं मेले का प्रमुख आर्कषण रहने वाले पटेल मंडप के आसपास साफ-सफाई का कार्य अभी अधूरा है। पटेल मंडप के अंदर बाहर मरम्मत जारी है। रंगाई-पुताई का काम भी अभी पूरा नहीं हो सका है। हालांकि मेले के सफल आयोजन के लिए फिलहाल 30 समिति गठित की गई है ताकि मेले का आयोजन समय से हो सके। बावजूद इसके हाल ढाक के तीन पात जैसे ही हैैं।

अभी नही सजी दुकानें
वहीं मेले परिसर की रौनक बढ़ाने वाली दुकानें अभी तक नही लग पाई हैं। अधूरी व्यवस्थाओं और बिजली कनेक्शन ना मिलने के चलते अभी तक मेला परिसर में मात्र 10 से 15 प्रतिशत व्यापारी पहुंचे हैं। उनकी भी दुकानें अभी तक नहीं लग सकी है। झूला व्यापारी भी अपने झूले लेकर मेला परिसर में तो पहुंच गए हैं लेकिन झूले पूरी तरह लगाए नहीं गए हैं। दुर्गा माता मंदिर परिसर में झूले लगने शुरू हो गए हैं बाकि झूले पूरी तरह पैक हुए पड़े हैं।

मेला परिसर मेें सभी प्रकार के विकास कार्य, निर्माण कार्य, रंगाई पुताई तेजी से कराई जा रही है। जल्द मेले का आयोजन किया जाएगा।
विकास कुरील, अधिशासी अभियंता, नगर निगम