मेरठ (ब्यूरो). एक माह पहले शुरू हुई कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर वापस सिमटना शुरू हो गई है। जिस रफ्तार से संक्रमण के केस पिछले माह बढ़ रहे थे। उसी रफ्तार पर वापस केस घटना शुरू हो गए हैं। राहत की बात है कि सोमवार को भी संक्रमित मरीजों की संख्या 199 रही। वहीं एक मौत भी सोमवार को संक्रमण के कारण हुई। वहीं दूसरी तरफ सिटी के सरकारी विभागों की स्थिति देखें तो हालात डराने वाले हैं। विभिन्न विभागों में बनाई गई कोविड हेल्प डेस्क नदारद हो चुकी हैं। कुछ जगह पर हेल्प डेस्क का बोर्ड चस्पा है। मेज और सेनेटाइजर की आटोमेटिक मशीनें भी हैं। लेकिन इनमें न तो सेनेटाइजर है और न मेज पर थर्मल स्कैनर। विभागों में आने जाने पर कोई रोक या जांच नहीं है। आम पब्लिक भी बेधड़क आ-जा रही है। न तो मास्क को लेकर टोका जा रहा है और न ही सेनेटाइजेशन कराया जा रहा है। थर्मल स्कैनर थानों में किस कंडीशन में हैं, यह बात भी किसी को नहीं मालूम। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने सोमवार को शहर के कुछ विभागों मे हेल्प डेस्क का रियलिटी चेक किया तो सिटी के तमाम विभागों में हेल्प डेस्क बेदम मिली।

फरवरी में सिमटेगा कोरोना
गत माह 28 जनवरी को मात्र 8 सक्रिय केस मेरठ में मिले थे। उसके बाद जनवरी माह में 1 जनवरी को 24, 2 जनवरी को 37, 4 जनवरी को 86, 5 जनवरी को 92 केस के बाद सीधा 7 जनवरी को एक दम से केस बढ़कर 400 पार हुए थे। इसके बाद 12 जनवरी तक बढ़ते हुए केस 1212 तक पहुंच गए थे। इसके बाद से लगातार कोरोना संक्रमण की संख्या घट रही है। जिसको देखते हुए यह कहा जा रहा है कि फरवरी के पहले सप्ताह के अंत तक संक्रमितों का यह आंकड़ा वापस 30 से 50 तक सिमट जाएगा।

एक्टिव केस 1502
सोमवार को 199 नए संक्रमितों के साथ जनपद में एक्टिव मरीजों की संख्या 1502 पर पहुंच गई। इनमें से 38 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। शेष 1464 मरीज घर पर ही होम आईसोलेशन में हैं। सोमवार को 334 मरीज संक्रमण से मुक्त हो गए। वहीं एक बुजुर्ग मरीज की संक्रमण के कारण मौत हो गई।

कॉन्टेक्ट केस भी हुए कम
वहीं संक्रमण की रफ्तार में कमी के चलते कॉन्टेक्ट केस की संख्या भी 100 से कम 89 पर पहुंच गई है। सोमवार को संक्रमितों के संपर्क में आने से 89 नए संक्रमितों की पहचान की गई। ये संक्रमित 110 नए संक्रमितों के परिजनों की जांच में मिले हैं। इसके साथ ही सबसे अधिक पल्हैड़ा में सबसे अधिक 26, कंकरखेडा और दौराला में 17- 17 संक्रमितों की पुष्टि हुई।

स्पॉट-1, पुलिस लाइन
पुलिस लाइन के सर्किट हाउस चौराहे से मेन एंट्री गेट पर पिछले साल सेेनेटाइजर गैलरी और कोविड हेल्प डेस्क बनाई गई थी। लेकिन अब कोरोना संक्रमण के केस कम होने के बाद यहां से सेेनेटाइजर गैलरी और हेल्प डेस्क दोनों ही गुमशुदा हैं।

स्पॉट- एमडीए कार्यालय
एमडीए कार्यालय में एंट्री पर पिछले दो साल से हेल्प डेस्क बनी हुई है। लेकिन हेल्प डेस्क की मेज पर न तो थर्मल स्कैनर था न ही कोई शख्स। न यहां आने जाने वालों से पूछताछ करने वाला कोई कर्मचारी तैनात है। हालांकि हेल्प डेस्क के पीछे ऑटोमेटिक सेनेटाइजर मशीन लगी हुई है, लेकिन उसका प्रयोग कोई नहीं कर रहा।

स्पॉट-3, कलेक्ट्रेट परिसर
कलेक्ट्रेट परिसर में हेल्प डेस्क तो मिली, लेकिन उस हेल्प डेस्क पर ना तो किसी आने जाने वाले को रोक कर उसको मास्क के लिए टोका जा रहा था और न ही थर्मल स्कैनिंग हो रही थी। इतना ही नहीं सेनेटाइजर तक का प्रयोग करने के लिए लोगों को नहीं कहा जा रहा था। रजिस्टर में एंट्री भी नहीं हो रही थी।