मेरठ (ब्यूरो)। जिस उम्र में बच्चे खिलौनों से खेलते हैैं और गुड्डे-गुडिय़ा उनके दोस्त होते हैैं, उस उम्र में ईहा दीक्षित ने नेचर को अपना दोस्त बना लिया। चार साल की उम्र से ईहा को पेड़ लगाने की ऐसी लग्न लगी कि वह छह साल में 20 हजार से ज्यादा पेड़ लगा चुकी है। आज 10 साल की ईहा कहती है कि मुझे पेड़ लगाना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि अपनी लाइफ में हर किसी को एक पेड़ जरूर लगाना चाहिए क्योंकि जीवनभर नेचर से हम इतना कुछ लेते हैैं तो इतना फर्ज हमारा भी बनता है। नेचर के प्रति ईहा के लगाव को देखते हुए ईहा के पिता ने ग्रीन ईहा इस्माईल फाउंडेशन की स्थापना भी की है।
प्रधानमंत्री से मिली प्ररेणा
ईहा दीक्षित ने बताया कि उन्हें पौधरोपण की प्रेरणा पीएम मोदी के मन की बात का कार्यक्रम से मिली। एक रविवार मैैं परिवार के साथ मन की बात कार्यक्रम सुन रही थी। प्रोग्राम में पीएम मोदी बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए देशवासियों से आगे आकर पौधारोपण करने की अपील कर रहे थे। पीएम की अपील को देखते हुए मैैंने अपने पिता कुलदीप शर्मा और माता अंजली शर्मा से जिद की कि अब से हर रविवार मैैं भी एक पौधा लगाया करूंगी। इसके बाद मैैंने पहला पौधा नींबू के रूप में अपने पार्क में लगाया और तब से यह सिलसिला लगातार जारी है।
हर संडे पौधरोपण
ईहा 275 सप्ताह से हर रविवार पौधारोपण कर रही है। वह अब तक देश के कई शहरों में 20 हजार से अधिक पौधे लगा चुकी है। ईहा के द्वारा लगाए गए तमाम पौधे अब पेड़ बन चुके हैं। हाल ही में आवास विकास परिषद के सहयोग से भी वह ग्रीन बेल्ट में पौधारोपण कर रही हैं।
मटका विधि से पौधरोपण
ईहा के पर्यावरण प्रेम के कारण ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसे अपना नन्हा दोस्त बताते हैं। ईहा ने बताया कि मैैं प्रधानमंत्री के द्वारा बताई गई मटका विधि से पौधारोपण करती हूं। इस विधि से पौधारोपण करने पर सिंचाई में इस्तेमाल होने वाला जल 80 प्रतिशत तक कम हो जाता है तथा पौधों की वृद्वि दर भी 20 प्रतिशत अधिक होती है।
यंग ईको अवार्ड मिला
संयुक्त राज्य अमेरिका में एक्शन फॉर नेचर की ओर से गत दिनों इंटरनेशनल यंग इको हीरो अवार्ड 2023 की घोषणा कर दी गई है। इसमे विश्व के 17 प्रतिभागियों समेत देश के पांच प्रतिभागी विजेता बने हैं। इनमें ईहा दीक्षित ने विश्व के बाल पर्यावरणविदें की सूची में टॉप रैंकिंग हासिल करने के साथ ही प्रथम पुरस्कार जीत कर नई उपलब्धि अपने खाते में जोड़ ली। पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने वाले दुनियाभर के बच्चों को सैन फ्र ांसिसको स्थित एक्शन फॉर नेचर की ओर से प्रति वर्ष यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है। इस वर्ष विश्व के 17 बच्चों को यह पुरस्कार प्रदान किया गया है। जिनमें ईहा को 8 से 12 वर्ष आयु वर्ग में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है। ईहा ने बताया कि इस पुरस्कार के लिए उन्हें कड़ी प्रतिस्पर्धा से गुजरना पड़ा। उनके द्वारा किए गए सभी कार्यों का सत्यापन होने के बाद उन्हें इंटरव्यू के लिए शार्ट लिस्ट किया गया था। लगभग 55 मिनट उनका इंटरव्यू चला था। यह ईहा के खाते में कोई पहली उपलब्धि नही है बल्कि इससे पहले भी ईहा राष्ट्रीय स्तर कई बड़े अवार्ड अपने नाम कर चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और वर्तमान राष्ट्रपति द्रोपद्री मुर्मू समेत तमाम बॉलीवुड हस्तियां ईहा की सराहना कर चुकी हैं। ईहा की उपलब्धियों को कई सीबीएसई स्कूलों में कक्षा सात में पढ़ाया जाता है। वह अभी स्वयं कक्षा छह की छात्रा है।
सीड बैंक और औषधी वाटिका का संचालन
ईहा ने बताया कि वह पर्यावरण संरक्षण के लिए प्लांट और सीड बैंक भी चलाती हैं। बीआईएमटी कॉलेज में ईहा औषधीय वाटिका की स्थापना की हुई है। जहां से नि:शुल्क औषधीय पौधे प्रदान किए जाते हैं। सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग वह प्लांटर होल्डर बनाने के लिए करती हैं। इसके अलावा ईहा ने बड़ी संख्या में सीड बॉल भी तैयार किए हैं।
यह हैैं ईहा की उपलब्धि और सम्मान
इंटरनेशनल यंग इको हीरो अवार्ड 2023 की घोषणा।
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से किया गया सम्मानित।
केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय की ओर से वॉटर हीरो पुरस्कार से किया गया सम्मानित।
उत्तराखंड के राज्यपाल जनरल गुरमीत सिंह ग्रीन इंडिया अवार्ड 2022 से किया गया सम्मानित।
क्लाइमेट अवार्ड 2020 से से किया गया सम्मानित।
संयुक्त राष्ट्र के द्वारा आयोजित विश्व एशिया शांति सम्मेलन में भी भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।
ईहा के कार्यो की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और वर्तमान राष्ट्रपति द्रोपद्री मुर्मू समेत तमाम बॉलीवुड हस्तियां सराहना कर चुके हैं।
ईहा दीक्षित 2019 में प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम मन की बात समेत फिल्म अभिनेता पंकज त्रिपाठी के साथ भी टाटा टी जागो रे अभियान का प्रोमो कर चुकी हैं।