90 वार्डो के पार्षदों से खराब सड़कों व गलियों की सूची मांगी थी।
126 गलियों की सुधारी जाएगी स्थिति
29 सड़कों का नवीनीकरण के किया गया चयन
10 करोड़ की लागत से 126 गलियों और 2 करोड़ की लागत से 29 सड़कें सुधरेंगी
Meerut। शहर की प्रमुख सड़कों समेत विभिन्न मोहल्लों में गलियों की जर्जर हालत अब सुधरेगी। साथ ही बरसात में जलनिकासी की व्यवस्था को सुधारने के लिए अब नगर निगम नई पहल कर रहा है। इसके लिए नगर निगम ने गत माह टेंडर निकालकर शहर की दो दर्जन से अधिक सड़कों और सौ से अधिक गलियों की हालत सुधारने की योजना बनाई थी। वहीं, अब इस प्रक्रिया के टेंडर भी फाइनल हो चुके हैं और जल्द ही शहर की सड़कों से लेकर गलियों तक विकास दिखाई देगा।
हो चुके हैं टेंडर
चीफ इंजीनियर यशवंत सिंह ने बताया कि 15वें वित्त आयोग से शहर के विकास कार्यो को पूरा किया जाएगा। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। जल्द काम शुरु किया जाएगा।
सड़कों की बदलेगी सूरत
इस योजना के अनुसार नगर निगम ने शहर के 90 वार्डो के पार्षदों से उनके वार्डो में खराब सड़कों व गलियों की सूची मांगी थी। इस सूची के अनुसार करीब 126 गलियों और 29 सड़कों को नवीनीकरण के चयन किया गया है। इन 126 गलियों में सड़क निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया गत माह पूरी कर ली है। इसके साथ ही गत माह 31 अगस्त तक 29 सड़कों के निर्माण को भी हरी झंडी मिल मिल चुकी है। इसमें 10 करोड़ की लागत से 126 गलियों और 2 करोड़ की लागत से 29 सड़कों की हालत को सुधारा जाएगा। कुल मिलाकर इस माह के अंत तक निगम बोर्ड बजट से लगभग 12 करोड़ से सड़क, नाली के निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है।
कोरोना का पड़ा असर
गौरतलब है कि यह कार्य दो साल पहले पूरे होने थे, लेकिन कोरोना की दो लहरों के चलते विकास कार्यो की गति पर बे्रक लगा रहा। अब संक्रमण की दर कम होने और शहर में लगातार विकास कार्यो की मांग बढ़ने के बाद निगम काम शुरु करने जा रहा है। वहीं निगम के पास विकास कार्यो के लिए 150 करोड़ रुपये 15वें वित्त आयोग का बचा हुआ हैं। ऐसे में निगम इस पैसे का उपयोग शहर के विकास के लिए करेगा। इस विकास कार्यो के दौरान कच्ची गलियों में सीसी टाइल्स, नालियों व नालों का निर्माण, पुलिया की मरम्मत जल निकासी की व्यवस्था की जाएगी। वहीं सड़कों पर गड्ढों की रिपेयरिंग व निर्माण किया जाएगा।
हो चुकी है मरम्मत
सड़कों की मरम्मत के लिए निगम हर साल योजना बनाकर पैसा खर्च करता है, लेकिन इसके बाद भी सड़कों की हालत जस की तस बनी रहती है। इस क्रम में गत वर्ष जून माह में करीब सवा करोड़ की लागत से 35 किमी सड़कों की मरम्मत का काम शुरु किया गया था। लेकिन कोरोना के चलते यह काम भी पूरा ना हो सका। वहीं जनवरी 2021 में करीब 3.50 करोड़ की लागत से निगम ने 48 सड़कों के गड्ढे भरने की योजना बनाई थी। इसके तहत 15 फरवरी तक काम होना था लेकिन यह काम भी कोरोना के कारण अधर में अटक गया। इसके बाद अब निगम फिर से शहर की सड़कों व गलियों की हालत सुधारने के प्रयास में जुट गया है।