मेरठ (ब्यूरो)। शहर की कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था अब निजी कंपनी के हाथों में जा चुकी है। जल्द ही शहर के लोगों को घर का कूड़ा देने के एवज में मासिक शुल्क का भुगतान भी नगर निगम को करना पड़ेगा। हालांकि इस शुल्क के बदलने रोजाना समय से आपके घर का कूड़ा एजेंसी के लोग एकत्र करेंगे। कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था सुचारू और व्यवस्थित रूप से रहे। इसके लिए कलेक्शन एजेंसी बकायदा शहर के बीचों बीचे कंट्रोल रूम बनाकर कूड़ा कलेक्शन के इस पूरे नेटवर्क पर नजर रखी जाएगी।

नक्शा हुआ स्वीकृत
डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए कंपनी ने सूरजकुंड वाहन डिपो को चुना है। यहां अस्थाई गोशाला की जगह पर अब वाहनों को खड़ा करने की व्यवस्था बनाई हुई है। इस जगह पर अब कंट्रोल रूम तैयार किया जाएगा। इसके लिए सूरजकुंड वाहन डिपो में कंट्रोल रूम और वाहन डिपो के लिए चयनित स्थल का नक्शा भी स्वीकृत कर दिया गया है। कंट्रोल रूम के अधिकतर बिंदुओं पर नगर निगम और कंपनी में सहमति बन गई है।

क्यूआर कोड से होगी निगरानी
गौरतलब है कि नगर निगम ने शहर के 73 वार्डों से कूड़ा उठाने की जिम्मेदारी बीबीजी इंडिया कंपनी को सौंपी है। कंपनी पहले चरण में सूरजकुंड वाहन डिपो के 34 वार्डों में व्यवस्था शुरू करेगी। इसके तहत महानगर में हर घर के गेट पर क्यूआर कोड और एक स्टीकर लगाया जाएगा। क्यूआर कोड के माध्यम से कूड़ा उठान का सत्यापन होगा। 15 घरों का एक क्लस्टर बनेगा। कूड़ा कलेक्शन और यूजर चार्ज भुगतान के बारे में जानकारी देने के लिए एक स्टीकर भी चस्पा किया जाएगा। वहीं स्टीकर पर लिखे मोबाइल नंबर पर भवन स्वामी अपनी समस्या दर्ज करा सकेंगे। इतना ही नहीं स्टीकर पर कंपनी की तरफ से दी जाने वाली सेवा भी सार्वजनिक होगी।

एप से होगा सर्वे
कूड़ा कलेक्शन पर निगरानी के और शहर के भवनों के सर्वे और क्यूआर कोड स्कैन के लिए स्वच्छ नगर नाम से एप तैयार किया जा रहा है। इस एप से घरों के बाहर लगाए जाने वाले क्यूआर कोड और स्टीकर स्कैन होंगे। सर्वे का काम पूरा होने के बाद करीब 10 मार्च से कूड़ा उठान शुरू होने की उम्मीद है।

वर्जन
सूरजकुंड डिपो में कंट्रोल रूम की जगह फाइनल की गई है। जल्द कंपनी अपने कंट्रोल रूम का काम शुरू कर देगी।
-डॉ। गजेंद्र सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी