मेरठ ब्यूरो। दैनिक यात्रियों की सुविधा के लिए साल भर पहले शुरू की गई इलेक्ट्रिक बसें एक साल में ही दम तोडऩे लगी हैं। इन बसों का बैटरी बैकअप बीच सफर में ही यात्रियों को धोखा दे रहा है। धूल मिट्टी के कारण बस के सेंसर काम करना बंद कर रहे हैं। स्थिति यह है कि बैटरी और सेंसर खराब होने के कारण एक दर्जन से अधिक बसें पिछले माह से वर्कशॉप में धूल फांक रही हैं और बाकी बसों का बैटरी बैकअप इस कदर कम हो गया है कि 160 किमी की रेंज के बाद भी 100 किमी से पहले ही बैटरी डिस्चार्ज होना शुरु हो गई है।
दम तोड़ रही चाइनीज बैटरी
गौरतलब है कि फरवरी 2023 पांच इलेक्ट्रिक बसों के साथ मेरठ सिटी ट्रांसपोर्ट ने शहर के लोगों की सुविधा के लिए फेम टू योजना के तहत इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरु किया था। इसके बाद इस साल जनवरी माह तक 50 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शहर और देहात के रूटों पर शुरु कर दिया गया। सिटी ट्रांसपोर्ट का दावा था कि इन बसों के संचालन के साथ ही हर 10 मिनट में दैनिक यात्रियों को इलेक्ट्रिक बस की सुविधा मिलेगी। कुछ माह तक यह स्थिति तो रही लेकिन सालभर से पहले ही अब इलेक्ट्रिक बसों में लगी चाइना की बैटरी दगा देने लगी है। इन बसों में चाइनीज बैटरी लगी हैं जो की खराब होने के बाद ना तो रिपेयर हो रही और ना ही चाइना से समय पर बैटरी नहीं मिल रही है। जिसके चलते करीब 15 इलेक्ट्रिक बसें खस्ताहाल हो गई हैं। स्थिति यह है कि बसें सडक़ पर संचालित न होकर वर्कशॉप में खड़ी हो गई हैं।
सडक़ों की धूल खराब कर रही सेंसर
इन बसो को लेकर कंपनी ने दावे बड़े-बड़े किए थे। लेकिन एक पर भी खड़ी उतर नहीं रही है। वर्कशॉप एक्सपर्ट की मानें तो यह बसें काफी हाईटेक हैं, इसलिए डस्ट की वजह से इनके एयर कंप्रेसर पर भी असर पड़ता है। बैटरी के साथ लगे सेंसर सेंसिटिव होने के कारण इन बसों में डस्ट जाते ही एयर कंप्रेसर जाम हो जा रहा है। ऐसे में इलेक्ट्रिक बसें बीच सफर में चलते चलते बंद हो रही हैं। अधिकतर बसें जो संचालित हैं उनका बैटरी बैकअप कम होने लगा है। 160 किमी की रेंज वाली बसें 80 से 100 किमी तक चल रही हैं। इसके चलते अधिकतर सिटी रूट से बसों को हटा दिया गया है केवल देहात रूट के लिए बसों का संचालन जारी है।
बसों की बैटरी में कुछ इश्यू आ रहे हैं जिसके लिए मुख्यालय स्तर पर कंपनी से संपर्क किया गया है। और जल्द से जल्द बैटरी की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया है।
- विपिन सक्सेना, एआरएम, सिटी ट्रांसपोर्ट