मेरठ (ब्यूरो). जागृति विहार एक्सटेंशन में आवास का सपना देख रहे आवंटियों के लिए अपने घर में जाना किसी युद्ध से कम नहीं हो रहा है। आवंटन होने के एक साल बाद भी घरों पर कब्जा नहीं ले पाने से गुस्साए आवंटियों ने बुधवार को खून से हस्ताक्षर किया ज्ञापन आवास विकास के अधीक्षण अभियंता को सौंपा। साथ ही कार्यालय तक की तालाबंदी करने का ऐलान कर दिया।
नहीं मिला कब्जा तो होगी तालाबंदी
आवास विकास योजना संख्या 11 में गत वर्ष भवनों का आवंटन कर दिया गया था। लेकिन, आवास विकास के साथ विवाद के चलते किसान धरने पर बैठे हुए हैं। भवनों पर आवंटियों को कब्जा नहीं लेने दे रहे हैं। ऐसे में आवंटी किसानों और आवास विकास के बीच फंसे हुए हैं। इसी क्रम में बुधवार को तमाम आवंटियों ने आवास विकास कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए अधीक्षण अभियंता से मुलाकात कर आवास आयुक्त उत्तर प्रदेश को ज्ञापन भेजा। जिसमें स्पष्ट किया कि अगर लंबित मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया तो आवंटी आवास विकास कार्यालय पर निस्तारण तक तालाबंदी कर देंगे।
कर्ज में डूबे आवंटी
इस दौरान आवंटी सुशील कुमार पटेल ने बताया कि आवंटियों की कागजी कार्रवाई होने के बाद भी जब भवनों में रहने या बनाने की शुरुआत की तो धरनारत किसाने ने उनकी मांग पूर्ण होने तक वास्तविक कब्जे को बाधित कर दिया है। शुरुआत में लगा था कि एक दो माह में धरनारत किसानों की मांग पूर्ण हो जाएंगी और आवंटी अपने अपने घरों में बस जाएंगे। लेकिन, आवास विकास परिषद की घोर लापरवाही व संवेदनहीनता के चलते सैकड़ों आवंटी एक साल बीतने के बाद भी अपने ही घर पर कब्जा विहीन रह गए। आवंटियों ने आरोप लगाया कि कब्जा प्रकिया पूर्ण करने के लिए भारी भरकम रकम, ब्याज व विलंब शुल्क दिया है। जिस कारण अधिकतर आवंटी कर्ज में डूब चुके हैं। ऐसे में अब आवंटियों ने ज्ञापन पर अपने अपने खून से हस्ताक्षर किए हैं। ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से राहुल सक्सैना, ममता, अंजनी, विजय शर्मा, जितेंद्र कुमार, संजय कुमार, विकास, दीपक सिंह आदि उपस्थित रहे।