मेरठ ब्यूरो। अपनी शास्त्रीनगर योजना में खाली जमीन को विकसित करने और योजना का दायरा विस्तृत करने के उददेश्य से रविवार को आवास विकास ने जयदेवी नगर क्षेत्र समेत शास्त्रीनगर का ड्रोन सर्वे कराया। इस दौरान ड्रोन सर्वे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना रहा। सर्वे के आधार पर आवास विकास अपनी जमीन को कब्जा मुक्त कराकर वहां कालोनी को विकसित कराएगी।
कई जगह अवैध कब्जा
गौरतलब है कि आवास विकास परिषद ने 45 वर्ष पहले शास्त्रीनगर योजना को विकसित करने के लिए इस क्षेत्र की भूमि का अधिग्रहण किया था। इसके बाद 1978 में जब शास्त्रीनगर योजना शुरू की गई तो बड़े भू भाग को कब्जा मुक्त छोड़ दिया गया था। इस मामले में तत्कालीन अधिकारियों की मिलीभगत भी सामने आई थी। इसके बाद गढ़ रोड की कई प्रमुख लोकेशन की अधिकांश भूमि पर परिषद कब्जा नहीं ले पाया और अवैध कब्जे हो गए। ऐसे ही जिस भूमि पर विशाल मेगा मार्ट बना हुआ है उसका तो मुआवजा भी परिषद ने दे दिया था।
मामला कोर्ट में लंबित
इसके बावजूद वहां पर कांप्लेक्स बना दिया गया। यह मामला अब कोर्ट में लंबित चल रहा है। वहीं स्थानीय निवासियों ने भी परिषद में ज्ञापन देकर उनके निर्माणों को नियमित करने की मांग की थी।
पुलिस की निगरानी में सर्वे
अब शास्त्रीनगर को दोबारा विकसित करने के लिए शासन के निर्देश के बाद आवास विकास परिषद के अभियंताओं की टीम ने पुलिस की निगरानी में सर्वे किया। इसके तहत जयदेवी नगर और आसपास का 20 हेक्टेयर का के क्षेत्र का सर्वे हुआ। जिसकोअधिग्रहण करने के बाद खाली ही छोड़ दिया गया था। बाद में कई स्थानों पर कब्जा होने और निर्माण होने के कारण आवास विकास और निजी बिल्डर का विवाद चल रहा है। विवाद के निपटारे के लिए यह कवायद शुरु की गई है ।
परिषद के अंतर्गत आने वाली भूमि जिनपर कब्जा हो चुका है या अतिक्रमण है उनका ड्रोन सर्वे किया जा रहा है। जयदेवी नगर के बाद जागृति विहार और जागृति विहार एक्सटेंशन में भी यह सर्वे होगा।
राजीव कुमार, अधीक्षण अभियंता