ड्रग तस्कर तस्लीम को दबोचने के लिए सर्विलांस सेल को किया एक्टिव
आरोपी की संपत्ति को जब्त करने की तैयारी में जुटी पुलिस, एमडीए को लिखा पत्र
सदर बाजार और रेलवे रोड थाना पुलिस का वांटेड है तस्लीम, ईनाम बढ़ाने की तैयारी में पुलिस
Meerut। तस्लीम के खिलाफ भले ही पुलिस ने कुर्की की कार्रवाई कर दी हो लेकिन पुलिस उसका ड्रग तस्करी का नेटवर्क तोड़ने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। ड्रग तस्करी का नेटवर्क तब ही तोड़ा जा सकेगा, जब आरोपी की गिरफ्तारी हो सकेगी। इसी के चलते पुलिस आरोपी के खिलाफ ईनाम बढ़ाने की तैयारी कर रही है। इसके साथ ही उसकी अवैध संपत्ति की भी जांच की जा रही है। वहीं तस्लीम की गिरफ्तारी के लिए सदर बाजार और रेलवे रोड पुलिस के अलावा सर्विलांस टीम को भी लगाया गया है। मुखबिर तंत्र को भी अलर्ट कर दिया गया है ताकि आरोपी की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जा सके।
रेलवे रोड पर ठिकाना
रेलवे रोड थाने के पूर्वा हाफिज अब्दुल करीम मछेरान मोहल्ले में हाजी तस्लीम परिवार के साथ रहता है। तस्लीम वेस्ट यूपी समेत दिल्ली-एनसीआर में नशीले पदार्थ का सबसे बड़ा सौदागर है। उसके खिलाफ यूपी के विभिन्न थानों में करीब 30 मुकदमे दर्ज हैं। तस्लीम की पत्नी नशीन भी रियल लाइफ में उसकी पार्टनर होने के साथ ही नशे के धंधे में भी उसकी हमसफर है। 2003 और 2016 में जब भी तस्लीम जेल गया है तो उसका नशे का पूरा काम नशीन ने ही ऑपरेट किया है। हालांकि तस्लीम भी जेल से अपनी पत्नी को पूरा आपरेट करने के टिप्स देता था। तस्लीम सदर बाजार और रेलवे रोड पुलिस का वांटेड है, इसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है लेकिन अभी तक पुलिस सफल नहीं हो सकी है, इसके अलावा तस्लीम के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की जा सकी है, अब संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई करने की तैयारी में पुलिस है।
दो थानों का वांटेड
तस्लीम सदर बाजार और रेलवे रोड दोनों थाने का वांटेड है। तस्लीम को दबोचने के लिए सदर बाजार और रेलवे रोड की पुलिस जुटी हुई है। सदर बाजार पुलिस ने तस्लीम पर पांच हजार रूपये का ईनाम किया हुआ है। हालांकि अब सदर बाजार पुलिस आरोपी पर ईनाम बढ़ाने की तैयारी कर रही है ताकि आरोपी पर सख्त कार्रवाई की जा सके। रेलवे रोड पुलिस भी आरोपी पर ईनाम घोषित करने की तैयारी में है।
संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई
सदर बाजार इंस्पेक्टर बिजेंद्र सिंह राणा ने बताया कि आरोपी तस्लीम की कुर्की तो कर ली गई है। अब इसकी संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए एमडीए को पत्र लिखा जा रहा है। संपत्ति के बारे में पूरी जानकारी आने के बाद आरोपी के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा सकेगी। इसके अलावा इसकी संपत्ति जहां-जहां हैं, वहां-वहां पर कार्रवाई की जा सकेगी।
ऐसे आता है गांजा
मेरठ में जब भी बड़े पैमाने पर एसटीएफ ने गांजा पकड़ा है तो कभी एंबुलेंस तो कभी गेहूं की बोरियों में छिपाकर लाते हुए पकड़ा है। दूध के टैंकरों में भी गांजा और चरस की सप्लाई एटीएफ पकड़ चुकी है। ओडिशा से सप्लायर गेहूं, आटा की बोरी में इस तरह से गांजा छिपाकर भेजते हैं कि पुलिस को शक न हो सके। ऐसे कई मामले मेरठ में सामने आए हैं। इतना ही नहीं, एसटीएफ ने टीन की चादरों में छिपाकर लाया जा रहा गांजा भी पकड़ा है।
हर माह दो हजार किलो
मेरठ जिले की एक माह में करीब दो हजार हजार किलो की सप्लाई हो जाती है। एसटीएफ अधिकारियों के मुताबिक करीब दो हजार किलो गांजा मेरठ जिले में खपाया जाता है। आसपास के जनपदों की खपत अलग है। आंध्र प्रदेश और ओडिशा में करीब पांच हजार रूपये किलो मिलने वाला गांजा यहां आकर 20 हजार रूपये किलो में बिकता है। सीओ एसटीएफ ब्रिजेश सिंह ने बताया कि वोल्वो गाड़ी से लेकर दूध के टैंकर और आटे की बोरियो में गांजा मेरठ में आता है। सबसे बड़ी सप्लाई तस्लीम की है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि इस नेटवर्क को तोड़ने के लिए पुलिस टीम बनाकर काम किया जाएगा।
तस्लीम को गिरफ्तार करने के लिए सदर बाजार और रेलवे रोड थाने की पुलिस लगी हुई है, सर्विलांस टीम का भी सहारा लिया जा रहा है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसकी संपत्ति जब्तीकरण की भी कार्रवाई की जाएगी।
विनीत भटनागर, एसपी सिटी, मेरठ