मेरठ (ब्यूरो)। शहर की सड़कों पर गड्ढे और उड़ती धूल का नजारा आम बात है। वहीं इन सड़कों के किनारे लगे गंदगी के ढेर और बरसात में इन पर होने वाले जलभराव से हर कोई जूझता है। मगर अब बंगलुरू की तर्ज पर शहर में एक ऐसी सड़क बनने जा रही है, जिस पर न तो कोई गड्ढा होगा, न गंदगी के ढेर और न ही जलभराव। इस रोड के दोनों साइड ग्रीन बेल्ट विकसित की जाएगी। यह रोड सीएम ग्रिड योजना यानि मुख्यमंत्री हरित सड़क अवसंरचना के तहत तैयार की जाएगी।
हरियाली के बीच बनेगी रोड
इस योजना के पहले चरण में ग्रीन रोड के लिए गांधी आश्रम से तेजगढ़ी चौराहे तक करीब सवा दो किमी रोड का चयन किया गया है। इस पूरी रोड को फोरलेन बनाया जाएगा। इतना ही नहीं, रोड समेत डिवाइडर पर ग्रीनरी विकसित की जाएगी। इसके लिए बकायदा अरबन रोड इंफ्र ास्ट्रक्चर डेवलपमेंट एजेंसी ने सर्वे का काम भी पूरा कर लिया है।
10 साल नहीं टूटेंगी सड़क
व्हाइट टॉपिंग रोड की तरह इस सड़क की क्वालिटी का भी खास ध्यान रखा जाएगा। जिससे ये सड़कें 10 साल तक नहीं टूटेंगी। इस सड़क को जलभराव मुक्त बनाने पर विशेष काम किया जाएगा। इसके लिए सड़क के दोनों किनारों पर बरसात के पानी की निकासी के लिए पक्की नालियां और नालियों के ऊपर डक्ट बनाए जाएंगे। इन डक्ट में स्ट्रीट लाइट के लिए विद्युत केबल, पानी की पाइपलाइन और गैस पाइपलाइन आदि डालनी की जगह रहेगी। हर डक्ट में 40 से 50 मीटर की दूरी पर मेनहोल बनाए जाएंगे। इससे फायदा होगा कि जरूरत पडऩे पर बिना सड़क खोदे पाइपलाइन की मरम्मत हो पाएगी।
क्या है प्लानिंग, जरा जान लीजिए
गांधी आश्रम से तेजगढ़ी चौराहे तक करीब 2.15 किमी। लंबी सड़क होगी तैयार।
इसके लिए करीब 51 करोड़ के बजट से इसको तैयार किया जाएगा।
रोड के दोनो साइड जल निकासी के लिए डक्ट लगाए जाएंगे।
सड़क के दोनों किनारे पर बने डक्ट में विद्युत केबल, फाइबर केबल डाली जाएगी।
इन्ही डक्ट में पानी और गैस की पाइपलाइन भी जाएगी।
सड़क किनारे ग्रीन बेल्ट विकसित जाएगी।
सड़क के दोना साइड विशेष डिजाइन के पाथ-वे बनाए जाएंगे।
इन पाथ वे या फुटपाथ को टाइल्स से तैयार किया जाएगा।
फुटपॉथ पर बने मैनहोल के ऊपर डिजाइन ढक्कन से कवर किया जाएगा।
रोड के बीच में जगह जगह पार्किंग स्टैंड तैयार किए जाएंगे।
लोकसभा चुनाव के चलते लगी आचार संहिता की वजह से काम रुका हुआ था। पहली सड़क के लिए टेंडर की प्रक्रिया इस माह संपन्न हो जाएगी।
अमित शर्मा, अधिशासी अभियंता, नगर निगम