मेरठ (ब्यूरो)। सीसीएसयू में पहली बार पीजी डिप्लोमा इन पब्लिक हेल्थ केयर कोर्स शुरू होने जा रहा है। ऐसा कोर्स शुरू करने वाली सीसीएसयू यूपी की पहली यूनिवर्सिटी है। दरअसल, यह कोर्स इसी सेशन में शुरू हो रहा है। इस कोर्स में छूआछूत वाले रोग और महामारी नियंत्रण का अध्ययन छात्रों को कराया जाएगा। साथ ही चिकित्सा और औद्योगिक क्षेत्र में इंटर्नशिप भी छात्रों को कराई जाएगी। टॉक्सीकोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ। यशवेंद्र ने बताया कि डिप्लोमा इन पब्लिक हेल्थ केयर चिकित्सा विज्ञान से जुड़ा है। यह एक रोजगारपरक कोर्स है।
रोगों के नियंत्रण का अध्ययन
डॉ। यशवेंद्र ने बताया कि कोरोना काल के दौरान इपिडेमियोलॉजी यानि महामारी विज्ञान से जुड़े लोगों की कमी काफी खली थी। इस डिप्लोमा कोर्स के माध्यम से छात्रों को आबादी क्षेत्र में संक्रामक रोगों के नियंत्रण का अध्ययन कराया जाएगा। इसलिए इसमें एडमिशन के लिए स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लाइफ सांइस, नेचुरल साइंस, सोशल साइंस, नर्सिंग साइंस, फार्मेसी सांइस, हेल्थ केयर साइंस से यूजी और पीजी को प्राथमिकता मिलेगी।
एक साल में दो सेमेस्टर
डॉ। यशवेंद्र ने बताया कि इस कोर्स में एक ही साल में दो सेमेस्टर होंगे और चार विषय ऑक्यूपेेशनल एंड एनवायरमेंट हेल्थ, प्रिंसिपल ऑफ पब्लिक हेल्थ, चैलेंजिंग इन पब्लिक हेल्थ, एपिडेमियोलॉजी स्टडीज की परीक्षा होगी। इसके साथ ही स्टूडेंट्स को शोध पत्र भी दाखिल करना होगा। उन्होंने बताया कि स्टूडेंट्स को इसमें इंटर्नशिप भी कराई जाएगी।
रोजगार के रास्ते खुलेंगे
डॉ। यशवेंद्र ने बताया कि पब्लिक हेल्थ केयर में एक निश्चित क्षेत्र की बीमारी का प्रसार रोकने के कदम उठाए जाते हैं। सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों के माध्यम से उसे नियंत्रित करने का प्रयास होता है। इस कोर्स को करने के बाद छात्रों के लिए रोजगार के कई रास्ते खुलेंगे। नर्सिंग होम, सार्वजनिक व निजी स्वास्थ्य संस्थानों में सेवाओं का अवसर भी मिलेगा।