मेरठ (ब्यूरो)। ऐसे में यूनिवर्सिटी के अनुसार अगर एक स्टूडेंट एक दीपक भी देगा तो एक लाख से भी अधिक दीपक हो जाएंगे, इसके तहत स्टूडेंट्स को अपने आसपास के गांव में ही दीपक बांटने होंगे। उसकी फोटो लेकर कितने दीपक बांटे हैं। ये लिखकर अपने कॉलेजों को भेजना होगा।

कॉलेज देंगे अपने यहां डाटा
कॉलेजों और विभागों को स्टूडेंट्स की ओर से दिए गए डाटा को जोड़कर यूनिवर्सिटी को इस प्रोजेक्ट की रिपोर्ट दीपावली के नेक्स्ट डे तक सौंपनी होगी। ताकि ये पता लगाया जा सके कि वास्तव में कहां किस कॉलेज ने कितने दीपक बांटने में योगदान दिया है।

होंगे कई और प्रोजेक्ट
इसके अलावा त्योहारों से जुड़े कुछ और भी प्रोजेक्ट यूनिवर्सिटी स्तर पर जल्द होंगे। इसके बाद इस प्रोजेक्ट पर वर्क करने के लिए यूनिवर्सिटी की ओर से संबंधित स्टूडेंट्स को सर्टिफिकेट भी बांटे जाएंगे।

घरों को करेंगे रोशन
इस अभियान के तहत यूनिवर्सिटी के अनुसार स्टूडेंट्स अपने आसपास के घरों को रोशन करेंगे। इससे उनको भी मदद की भावना जाग्रत होगी। इससे दूसरों को भी मदद मिलेगी।

इस अभियान के तहत दीपक सजवाए हैं। स्टूडेंट्स अपने स्तर से एक एक दीपक को सजाकर अपने आसपास बांट रहे हैं। उनको बोला गया है वो आसपास के लोगों को मदद करें।
अलका चौधरी, प्रिंसिपल , कनोहरलाल

हम तो वैसे भी स्टूडेंट्स को समय- समय पर किसी न किसी माध्यम से इस तरह की एक्टिविटी का हिस्सा बनाते रहते हैं, ताकि उनमें मदद की भावना जागृत हो।
डॉ। अंजू सिंह, प्रिंसिपल, शहीद मंगल पांडे गल्र्स डिग्री कॉलेज

स्टूडेंट्स को समय-समय पर कॉलेज के स्तर से इस तरह के अभियानों का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित किया जाता है, इससे सकारात्मक भावना आती है।
डॉ। अजय चौधरी, प्रिंसिपल, डीएन कॉलेज