मेरठ ब्यूरो। सीसीएसयू में आठ साल से छात्रों को मार्कशीट नहीं मिली है। इस कारण उनका भविष्य अंधकार में है। ऐसे में छात्र लगातार यूनिवर्सिटी के चक्कर काट रहे हैं। तकरीबन 1200 ऐसे स्टूडेंट्स हैं जिन्हें साल 2014-15 की बीए, बीएससी व बीकॉम की मार्कशीट अभी तक नहीं मिली है। कारण है कि यूनिवर्सिटी की ओर से मार्कशीट छप नहीं पाई है, लिहाजा छात्रों का भविष्य खराब हो रहा है।
नहीं छपी मार्कशीट
गौरतलब है कि साल 2014-15 में रिजल्ट निकाला गया था, लेकिन डेढ़ लाख छात्रों के रिजल्ट में गड़बड़ी हो गई थी। यूनिवर्सिटी ने रिजल्ट बनाने का कार्य नोएडा की कम्पनी एक्सपीडीएम आईआईटी लिमिटेड को दिया था। जिनसे गड़बड़ी हुई थी। हालांकि, इस कंपनी को साल 2015 में कार्यमुक्त कर दिया गया था। अब यह बरेली में कार्यरत है। इसके बाद यूनिवर्सिटी ने मेस्कोट कंपनी को मार्कशीट छापने का कार्य दिया गया था, लेकिन कंपनी को रिजल्ट के सुधार में काफी समय लगा। इसके बाद आठ महीने पहले वीसी प्रो। संगीता शुक्ला ने एक लेटर जारी करके यह कार्य रिजल्ट सेल को करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद मार्कशीट छापने की जिम्मेदारी एक कम्प्यूटर सेंटर को दी गई थी। हालांकि, कुछ महीने मार्कशीट छापने के बाद कंप्यूटर सेंटर ने भी हाथ खड़े कर दिए। इससे सैकड़ों छात्रों की मार्कशीट का कार्य अटक गया।
जॉब में आ रही हैं दिक्कतें
ऐसे में आठ साल से मार्कशीट न मिलने से स्टूडेंट्स को नौकरी मिलने में दिक्कत आ रही हैं। हालांकि, जिन छात्रों ने पीजी में एडमिशन लिया है उनको रिजल्ट के प्रिंट आउट के जरिए ही एडमिशन दिया गया है। ऐसे में दूसरी यूनिवर्सिटी में एडमिशन और जॉब के लिए अप्लाई करने के लिए छात्रों को परेशान होना पड़ रहा है।
छात्रों ने बताई परेशानी
इस समस्या को लेकर मंगलवार को छात्र यूनिवर्सिटी पहुंचे। परेशान छात्रों ने परीक्षा नियंत्रक से मुलाकात की। इस दौरान परीक्षा नियंत्रक डॉ। अश्वनी कुमार ने जल्द ही मार्कशीट छपवाकर देने का आश्वासन दिया है।
जल्द दी जाएगी मार्कशीट
इस मामले में परीक्षा नियंत्रक डॉ अश्वनी कुमार ने कहा कि कुछ स्टूडेंट्स आए थे। उनकी मार्कशीट की समस्या थी। दरअसल कुछ मार्कशीट रह गई हैं, जिनको जल्द ही छपवाकर दे दिया जाएगा। इसका टेंडर एक सप्ताह पहले निकाला जा चुका है। जल्द ही यह काम किसी कम्पनी को देकर मार्कशीट दे दी जाएगी।