मेरठ (ब्यूरो)। स्टूडेंट्स के लिए वेस्ट एंड रोड स्थित गुरु तेग बहादुर पब्लिक स्कूल को एग्जाम सेंटर बनाया गया था। सेंटर पर एग्जाम देने पहुंचे स्टूडेंट्स में काफी उत्साह देखने को मिला। आईआईटी यानि इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट के लिए शहर के अलावा दूर-दराज से भी छात्र पहुंचे थे। स्टूडेट्स के साथ-साथ उनके पेरेंट्स भी एग्जाम को लेकर उत्साहित दिखे। इस दौरान ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वाले क्लास 5 से 12वीं तक छात्र पहुंचे। यह एग्जाम दोपहर 12 से डेढ बजे के बीच यानि 90 मिनट तक आयोजित किया गया।
पहली बार भरी ओएमआर शीट
आईआईटी टेस्ट सीजन-9 के लिए छात्रों में काफी उत्साह था। छात्रों ने पहली बार ओएमआर शीट को देखा था। पहले तो उन्होंने उसे फिल करने का तरीका समझा।
आठ तरह के आए सवाल
जीटीबी स्कूल में संडेे को क्लास 5 से 12वीं तक के छात्र पहुंचे। एग्जाम को सीसीटीवी की निगरानी में कराया गया। इस एग्जाम के जरिए बच्चों ने अपनी योग्यता को परखा। इसमें मैथ्स, इंग्लिश, जीके और एप्टीट्यूट से जुड़े प्रश्न थे। इस दौरान आठ तरह के सवाल आए। परीक्षा देकर लौटे छात्रों में कांफिडेंस नजर आया। वहीं, इंटरपर्सनल, इंट्रापर्सनल, मैथेमेटिक्स और साइकोलॉजिकल टेस्ट में छात्र उलझते दिखे।
पेपर में कुछ आसान सवाल थे, लेकिन कुछ कठिन थे। आज यह पता चला कि डेफ्थ कितनी है। पहली बार ओएमआर शीट भरी। इस एग्जाम से काफी कुछ सीखने को मिला।
आदित्य सिंघल, क्लास 10
जीके और इंग्लिश के सवाल कठिन थे। एप्टीट्यूट के सवाल आसान थे। मैथ्स कुछ कठिन लगी, ओवरऑल एग्जाम काफी अच्छा रहा।
केशव शर्मा, क्लास 10
इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट में काफी कुछ सीखने को मिला। मुझे अपनी डेफ्थ पता चली। मैथ्स और इंग्लिश के सवाल कुछ कठिन थे। पहली बार मैने ओएमआर शीट देखी थी।
प्रियांक सिंघल, क्लास 5
यह एग्जाम काफी हेल्पफुल रहा। मैथ्स और साइंस के सवाल कठिन थे। जीके आसान थी। इस एग्जाम से काफी कुछ सीखा है।
सूर्या अग्रवाल, क्लास 6
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए यह एग्जाम काफी फायदेमंद है। इससे बच्चों को काफी सीख मिली है। पेपर वाकई अच्छा आया था। इससे बच्चों को पता चला कि उनका लेवल क्या है।
डॉ। कर्मेंद्र, प्रिंसिपल, गुरू तेग बहादुर पब्लिक स्कूल