मेरठ (ब्यूरो)। अब यूनिवर्सिटी के बायोटेक्नोलॉजी विभाग में तीन वर्षीय बीएससी बायोटेक्नोलाजी (ऑनर्स) कोर्स शुरू किया जा रहा है। यूनिवर्सिटी परिसर में संचालित इस कोर्स में 20 सीटें हैं। इसमें फीस 25,000 रुपए वार्षिक निर्धारित की गई है। इसके अलावा यूनिवर्सिटी के विभिन्न विभागों में आरेनरी एमरेट््स प्रोफेसर के लिए योग्यता एवं कार्यविधि संबंधी नियमावली को भी स्वीकृति प्रदान कर दी गई है।
विद्वत परिषद का अनुमोदन मिला
सीसीएसयू को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत विभिन्न विषयों की बोर्ड ऑफ स्टडीज के जरिए निर्धारित विभिन्न पाठ्यक्रमों को विद्वत परिषद का अनुमोदन भी मिल गया है। मुख्य रूप से शिक्षा विभाग, विधि विभाग में डिप्लोमा इन साइबर क्राइम एंड लाज, मनोविज्ञान विभाग में एमए, पीजी डिप्लोमा इन गाइडेंस एंड काउंसलिंग, पीएचडी, एमएससी फूड़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी आदि विभागों में बोर्ड ऑफ स्टडीज की ओर से तैयार पाठ्यक्रम का अनुमोदन प्रदान किया गया।
किसानों को जागरूक करेंगे
यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर गंगा बेसिन बायोडायवर्सिटी मैनेजमेंट का प्रस्ताव विश्वविद्यालय की ओर से केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। इस केंद्र के माध्यम से डिप्लोमा एवं प्रमाण पत्र कोर्स संचालित करने के साथ-साथ मृदा परीक्षण एवं किसानों को भी जागरूक किया जाएगा। इस केंद्र के माध्यम से डिप्लोमा एवं प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम संचालित करने के साथ-साथ मृदा परीक्षण एवं किसानों को भी जागरूक किया जाएगा। विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में देश-विदेश के विषय विशेषज्ञों को एडजंक्ट फैकल्टी बनाने का निर्णय लिया गया। इस दौरान बैठक की अध्यक्षता कुलपति प्रो। संगीता शुक्ला ने की। बैठक में प्रति कुलपति प्रो। वाई विमला, प्रो। मृदुल गुप्ता, प्रो। हरे कृष्णा, प्रो। वीरपाल ङ्क्षसह, कुलसचिव धीरेंद्र कुमार वर्मा सहित विद्वत परिषद के सदस्य उपस्थित रहे।