मेरठ (ब्यूरो)। आरटीओ कार्यालय में दलालों की आवाजाही विभाग की नही बल्कि आवेदकों की अधूरी जानकारी की वजह से होती है, विभाग की सारी प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और ऑनलाइन हैं। किसी भी स्तर पर एजेंट की जरूरत नहीं है और यदि कोई समस्या है तो सीधे संबंधित अधिकारी से बात कर सकते हैं। कुछ ऐसी ही अपील के साथ संभागीय परिवहन विभाग के आरआई राहुल शर्मा ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के क्वेश्न ऑवर में पाठकों के सवालों जवाब दिए। अधिकतर पाठकों ने ड्राइविंग लाइसेंस के मिलने में देरी की समस्या पर सबसे ज्यादा सवाल किए।

सवाल- ड्राइविंग लाइसेंस के लिए मई में आवेदन किया था अभी तक लाइसेंस मिला ही नहीं है?
विशाल शर्मा

जवाब- जिस कंपनी को मुख्यालय स्तर पर लाइसेंस बनाने का जिम्मा दिया हुआ है उसके टेंडर रिन्यूल प्रक्रिया के डीएल की पेंडेंसी बढ़ गई थी। अब रिन्यूअल हो गया है जल्द लाइसेंस मिलने शुरू हो जाएंगे।

सवाल- फेसलेस प्रक्रिया के दौरान डाक्यूमेंट अपलोडिंग बार-बार फेल क्यों हो जाती है?
महेंद्र

जवाब- यह आपके कंप्यूटर सिस्टम मे कोई टेक्नीकल परेशानी या इंटरनेट की समस्या है।

सवाल- आरटीओ में फिटनेस की प्रक्रिया दलालों की हेल्प के बिना पूरी क्यों नहीं हो पाती है?
आमीन अंसारी

जवाब- यदि कोई बाहरी व्यक्ति आपके संपर्क में है या फिटनेस के लिए आपसे पैसे मांग रहा है तो मुझे जानकारी दें कार्रवाई होगी।

सवाल- फिटनेस टै्रक बना हुआ है बावजूद इसके फिटनेस के नाम पर खानापूर्ति क्यों की जा रही है?
संदीप

जवाब- ऐसा नहीं हैयदि वाहन मानकों के अनुसार फिट होगा, तो उसको फिटनेस मिलती है खानापूर्ति नहीं होती।

सवाल- ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ट्रेनिंग देने की व्यवस्था पहले थी, अब क्यों नही दी जा रही है?
मोहित वर्मा

जवाब- नए कार्यालय में ट्रेनिंग क्लास व टेस्ट रूम की व्यवस्था है इसको जल्द शुरू किया जाएगा।

सवाल- जिन आवेदकों के पास कार नहीं है, उनको डीएल जारी करने के लिए कार चलाकर टेस्ट लेने की कोई व्यवस्था क्यों नहीं है?
राकेश कुमार

जवाब- विभागीय स्तर पर अभी इस प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं है। आवेदक को ही कार का इंतजाम करके टेस्ट देना होता है।

सवाल- ड्राइविंग टेस्ट के लिए बनाए गए ट्रैक पर न सेंसर हैं और न कैमरे, ऐसे में ड्राइविंग टेस्ट कैसे पूरा हो पाता है?
महेश तोमर

जवाब- ट्रैक पर सेंसर और कैमरे लगाने का काम मुख्यालय स्तर पर किया जाना है जो जल्द शुरू किया जाएगा। हालांकि अभी भी पूरी तरह से ड्राइविंग टेस्ट के बाद ही डीएल जारी किया जाता है।

सवाल- ई-रिक्शा की फिटनेस के नाम पर विभाग में उगाही का काम कब बंद होगा?
आशा राम

जवाब- यदि कोई कर्मचारी ऐसा कर रहा है और आपकी जानकारी हैै तो मुझे जानकारी दें कार्रवाई की जाएगी।

सवाल- ई-रिक्शा पर नंबर प्लेट न होने पर भी फिटनेस सर्टिफिकेट क्यों दिया जा रहा है?
मंसूर

जवाब- यदि किसी ई-रिक्शा की नंबर प्लेट टूटी हुई या नहीं है तो नई नंबर प्लेट बुकिंग स्लिप दिखाकर भी फिटनेस सर्टिफिकेट लिया जा सकता है।

सवाल- ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल द्वारा हैवी लाइसेंस के लिए मनमानी फीस लेने का सिस्टम कब बंद होगा?
मनोज वर्मा

जवाब- ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल ट्रैनिंग सर्टिफिकेट के लिए फीस लेते हैं लेकिन वह भी मानक के अनुसार होती है। आप लिखित शिकायत दें, जांच की जाएगी।

सवाल- ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अगस्त माह में आवेदन किया था अब तक लाइसेंस क्यों नहीं मिला है?
विपुल

जवाब- लाइसेंस बनाने वाली कंपनी के स्तर पर काम रूका हुआ था। अब कंपनी का अनुबंध बढ़ाया गया है, जल्द लाइसेंस प्राप्त होगा।