मेरठ ब्यूरो। आईआईएमटी यूनिवर्सिटी के पुस्तकालय विभाग में लाइब्रेरियन दिवस मनाया गया। इस अवसर पर पुस्तकालय से जुड़े सभी सदस्यों ने लाइब्रेरी साइंस के जनक डॉ।एसआर रंगनाथन के विचारों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य पुस्तकालय अध्यक्ष संदीप शर्मा ने की। इस अवसर पर सभी स्टाफ एवं स्टूडेंट्स ने मिलकर लाइब्रेरी जागरूकता रैली निकाली। इसके बाद एक विचार गोष्ठी आयोजित हुई। इसके बाद शरबत बांटा गया।

लोगों की करते हैं मदद

गोष्ठी में डॉ। देवेंद्र सिंह ने कहा कि लाइब्रेरियन पुस्तकालय डेटाबेस को व्यवस्थित करते हैं। लोगों को सामग्री और संसाधन खोजने में मदद करते हैं। वे जिस पुस्तकालय के लिए काम करते हैं, उसके आधार पर जिम्मेदारियां भिन्न हो सकती हैं। उदाहरण के लिए, बड़े पुस्तकालयों में, लाइब्रेरियन आमतौर पर एक विशिष्ट डोमेन में विशेषज्ञ होते हैं, जैसे प्रशासन, आईटी प्रबंधन, या बच्चों की लाइब्रेरी।

सम्मान करना चाहिए

डॉ। देवेंद्र सिंह ने कहा कि लाइब्रेरियन का हमें सम्मान करना चाहिए, एक स्टूडेंट की जिंदगी में उनका बहुत योगदान है। अगर वो लाइब्रेरी में कोई बुक तलाशते हैं तो उसको तलाशने में मदद करता है। अगर स्टूडेंट को किसी विषय पर बुक्स की जानकारी लेनी हो तो वो उसमें भी मदद करते हैं। इसलिए इनका सम्मान करना चाहिए। उन्होंने बताया कि एक लाइब्रेरियन किताबों, फिल्मों और ऑडियो फाइलों जैसे पुस्तकालय संसाधनों को इक_ा करने, व्यवस्थित करने और जारी करने का प्रभारी होता है।

कई सेटिंग्स में काम करते हैं

वे सार्वजनिक पुस्तकालयों, स्कूलों और संग्रहालयों सहित कई सेटिंग्स में काम करते हैं।उनके कर्तव्यों में संसाधन जारी करना, पुस्तकों को सूचीबद्ध करना और नियमित ऑडिट करना शामिल है।

वक्ताओं ने रखे विचार

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ।देवेंद्र सिंह, विकास शर्मा आदि उपस्थित रहे। वक्ताओं ने स्टूडेंट्स की लाइब्रेरी के प्रति रुचि व लाइब्रेरी के आधुनिकीकरण पर अपने विचार व्यक्त किए।कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ। ज्योति, चंचल, प्रदीप नेगी, मोहन शाह, दिनेश, रश्मि, नीरज, अमित कुमार, नितिन, विशाल, विनोद, अनामिका, कपिल, विपिन, प्रदीप गर्ग, अरुण कुमार, अंकुर आदि व मीडिया प्रभारी सुनील शर्मा का विशेष योगदान रहा।