मेरठ (ब्यूरो)। सीसीएसयू से एनईपी के तहत यूजी फस्र्ट इयर के दोनों सेमेस्टर का संशोधित रिजल्ट देरी से निकलने के कारण 22 हजार स्टूडेंट्स स्कॉलरशिप से चूक गए थे। इस संबंध में स्टूडेंट्स लगातार सोशल मीडिया पर भी शिकायत कर रहे थे। इसको लेकर मेरठ के स्टूडेंट्स लीडर अंकित अधाना और स्टूडेंट प्रमोद ने ट्वीटर के माध्यम से मुख्यमंत्री से स्कॉलरशिप का पोर्टल खुलवाने की मांग की थी। स्टूडेंट्स की समस्याओं को देखते हुए अब एक बार फिर से पोर्टल खोलने के आदेश जारी कर दिए गए हैैं। मगर केवल एससी के ही स्टूडेंट्स के लिए पोर्टल खोला गया है। जिसको लेकर स्टूडेंट्स बेहद नाराज है।
दो बार गलत रिजल्ट जारी
दरअसल दिसंबर के आसपास ही यूजी लेवल के समाज कल्याण विभाग के जरिए स्कॉलरशिप फार्म भरे गए थे। 25 हजार करीब स्टूडेंट्स ऐसे थे, जिन्होंने स्कॉलरशिप के फार्म भरे, लेकिन यूनिवर्सिटी की ओर से गलत रिजल्ट जारी कर दिया गया। इसके बाद यूनिवर्सिटी ने 19 व 21 जनवरी को वेबसाइट पर संशोधित रिजल्ट जारी किया। मगर संशोधित रिजल्ट भी गलत था, जिसे 23 जनवरी को वेबसाइट से हटा लिया गया। इसके बाद दूसरा संशोधित रिजल्ट 9 मार्च को जारी किया गया।
निकल गई स्कॉलरशिप की डेट
गौरतलब है कि यूनिवर्सिटी की ओर से बार-बार संशोधित रिजल्ट जारी करने के चक्कर में स्कॉलरशिप की डेट ही निकल गई। दरअसल, स्कॉलरशिप के लिए डिक्लेयर को भरने व स्कॉलरशिप फार्म को मॉर्डिफिकेशन करने के लिए क्रमश: 19 जनवरी 27 जनवरी डेट घोषित की गई थी। 9 मार्च को रिजल्ट जारी होने के चक्कर में करीब 22 हजार स्टूडेंट्स के स्कॉलरशिप फार्म रिजेक्ट कर दिए गए।
17 से दोबारा मौका
सीसीएसयू द्वारा देरी से रिजल्ट देने पर स्कॉलरशिप से वंचित स्टूडेंट्स को आवेदन करने का मौका मिलेगा। यूपी सरकार के उप सचिव डॉ। रमेश चंद्र तिवारी ने सभी समाज कल्याण विभाग को 17 से 19 अप्रैल तक आवेदन लेने के लिए पोर्टल खोलने के लिए निर्देश दिए हैं। इनमें बीए, बीएससी, बीकॉम विभिन्न एनईपी के तहत जारी रिजल्ट के स्टूडेंट्स शामिल हैं। समाज कल्याण अधिकारी सुनिल सिंह ने कहा कि शासन के निर्देशों के अनुसार सिर्फ एससी के छात्रों के लिए पोर्टल खोलने का निर्देश आया है।
एक नजर में
3000 है एससी के स्टूडेंट्स की संख्या
9500 है सामान्य के स्टूडेंट्स।
12500 स्टूडेंट्स अदर कास्ट के हैैं।