मेरठ (ब्यूरो). यूपी बोर्ड परीक्षा-2022 की डेटशीट बेशक अभी तक जारी नहीं हुई है, लेकिन अधिकारियों ने 10वीं और 12वीं एग्जाम के सफल आयोजन के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। शुक्रवार को सभी डीआईओएस से उप सचिव ने जूम के माध्यम से मीटिंग की। इस साल परीक्षा में नकल रोकने के लिए परीक्षा केंद्रों पर न सिर्फ सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जा रही है, बल्कि परीक्षा केंद्र फाइनल करने में भी काफी सावधानी बरती जा रही है। सभी डीआईओएस को बताया गया है कि सभी स्टूडेंट्स को अलग-अलग रंगों व कोड वाली आंसरशीट दी जाएंगी।

24 मार्च के बाद एग्जाम
बोर्ड सचिव ने नकल पर एक नए नियम को बताया है। मीटिंग में उन्होंने बताया कि इस साल यूपी बोर्ड परीक्षा का आयोजन यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के बाद किया जाएगा। इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि परीक्षा का आयोजन 24 मार्च 2022 के बाद कभी भी किया जा सकता है। परीक्षा केंद्रों की फाइनल लिस्ट 15 फरवरी तक जारी होने की उम्मीद है। इस साल यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षा में आंसरशीट के साथ भी एक्सपेरिमेंट किया जा रहा है। हालांकि उन्होनें सभी कुछ क्लीयर नहीं किया है, पर ये जरूर कहा है कि कलर कोड वाली कॉपी होंगी।

ये हैं कारण
पहले स्टूडेंट्स खाली कॉपियों को खरीदकर उसमें जवाब लिख देते थे। अपने समक्ष प्रस्तुत उत्तर पुस्तिकाओं के साथ अदला बदली कर देते थे। इस तरह के केस कई बार सामने आए हैं। इनमें केंद्रों की ही मिलीभगत से ऐसे नकल संभव हो पाती थी। नकल का यह तरीका काफी समय से चल रहा था, जिसपर अब रोक लग जाएगी। इसी सोच के साथ ऐसा किया गया है। अब उत्तर पुस्तिकाओं की लाइनें भी अलग-अलग रंगों की होंगी। जो प्रतियों के आदान प्रदान की संभावना को कम कर सकेंगी।

अभी हुई है चर्चा
डीआईओएस गिरजेश कुमार ने बताया कि हालांकि केवल इसपर चर्चा हुई है जल्द ही इसपर मुहर लगने वाली है। उन्होंने बताया ऐसा पता लगा है कि हाईस्कूल की मुख्य उत्तर पुस्तिका एक रंग की ही होगी, जबकि एडिशनल कॉपी बी या सी में अलग-अलग रंगों की लाइनें होंगी। इसी तरह इंटर की होंगी। इससे पूर्व लिखित उत्तर पुस्तिकाओं के उपयोग की संभावना समाप्त हो जाएगी। ऐसा पिछले साल से ही होना था, लेकिन तब परीक्षा कैंसिल हो जाने की वजह से यह नहीं हो पाया था।