मेरठ (ब्यूरो). बीएड की परीक्षा में किसी भी तरह का फर्जीवाड़ा न हो। इसके लिए सीसीएसयू ने परीक्षा फॉर्म में थोड़ा बदलाव किया है। अब परीक्षा फॉर्म भरने के दौरान प्रत्येक स्टूडेंट्स को अपना आधार नंबर डालना होगा। नंबर डालने के बाद कार्ड से संबंधित मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा। ओटीपी डालने के बाद ही फॉर्म फाइनल सबमिट होगा। अगर किसी के पास आधार कार्ड नहीं है तो वो अपना पैन कार्ड या फिर वोटर आईडी कार्ड का नंबर डाल सकता है। लेकिन, आधार कार्ड नंबर के साथ ही उसको अपनी मेल आईडी व नंबर भी डालना होगा। मेल पर भी एक ओटीपी भेजा जाएगा। उसे भी फॉर्म में डालना होगा।


फॉर्म के साथ ही होगा फोटो मैच
फॉर्म में आधार कार्ड, पैन या फिर वोटर आईडी कार्ड नंबर डालकर कार्ड पर लगा फोटो मिलान किया जाएगा। इसके अलावा अपलोड की गई कॉपी का भी मिलान किया जाएगा। उस पर लगी फोटो से फेस का मिलान होगा।

कोट्स
अगर आधार कार्ड से लिंक करके परीक्षा फॉर्म भरेंगे तो इससे फर्जीवाड़ा काफी हद तक कम किया जा सकेगा। ऐसा करना बहुत सही रहेगा।
अंकित

इससे पारदर्शिता आएगी। ऐसा होना चाहिए। अगर आधार कार्ड से सभी का फॉर्म लिंक हो जाए तो शायद फर्जीवाड़ा कम होगा।
अनुज

यूनिवर्सिटी ने यह बहुत महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इससे फर्जीवाड़े पर लगाम लगाई जा सकती है।
छवि

यूनिवर्सिटी में इस बार आधार से लिंक फॉर्म भरे जाएंगे। इससे पहचान करने में आसानी होगी। फर्जीवाड़ा कम होगा।
प्रियंका

वर्जन
यूनिवर्सिटी के पास बीते कई सालों से फर्जी स्टूडेंट्स होने की शिकायतें आ रही थीं। फर्जी स्टूडेंट्स के फॉर्म भी सामने आए थे। इसको दूर करने के लिए ही ऐसा किया गया है। ताकि कोई किसी दूसरे का फॉर्म न भर पाए।
प्रो। वाई विमला, प्रोवीसी सीसीसएसयू