मेरठ (ब्यूरो)। बीते दिनों एक्यूआई 400 पार होते ही मेरठ में भी ग्रेप की स्टेज-4 की पाबंदियां लागू कर दी गई थी। स्मॉग के चलते जहां एक तरफ बुजुर्गों से लेकर बच्चे तक घरों में कैद हो गए हैैं। वहीं शहर के विकास कार्यों की रफ्तार पर भी ब्रेक लगना शुरू हो गया है। कई प्रमुख प्रोजेक्ट अधर में अटक गए हैैं, जिनमें सीवर लाइन, मल्टीलेवल पार्किंग, प्रशासनिक भवनों के निर्माण समेत रोड व नाला निर्माण के विकास कार्य शामिल हैं।
मल्टी लेवल पार्किंग, घंटाघर
नगर निगम कार्यलय परिसर में मल्टी लेवल कार पार्किंग निर्माण ग्रेप लागू होने के बाद थम गया है। नगर निगम परिसर में पुराना नगर आयुक्त कार्यालय को तोड़कर यह मल्टी लेवल पार्किंग बनाई जा रही है। जिसके लिए 46.71 करोड़ रुपये का बजट फाइनल हुआ और 11.49 करोड़ रुपए हुए जारी हो चुके हैं। 4000 वर्ग मीटर जमीन पर तैयार हो रही इस पार्किंग में 600 से अधिक व्हीकल्स खड़े करने की क्षमता होगी। साथ ही दो लिफ्ट की सुविधा और 16 दुकानें ग्राउंड फ्लोर और फस्र्ट फ्लोर पर मल्टीलेवल कार पार्किंग बनेंगी।
नगर निगम कार्यालय, शास्त्रीनगर
शास्त्रीनगर नई सड़क नई सड़क पर खसरा संख्या 6,041 की जमीन पर नगर निगम का नया कार्यालय बनाया जा रहा है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर विकास योजना के अंतर्गत यह निर्माण कार्य 24 हजार वर्गमीटर जमीन में से करीब 14,024 वर्ग मीटर पर हो रहा है। नगर निगम का यह भवन चार मंजिला बनाया जा रहा है। भवन निर्माण का 42 करोड़ रुपये का अनुमानित बजट है। इसकी निर्माण अवधि करीब 18 माह निर्धारित की गई थी, जो कि गे्रप के कारण अब 20 माह तक हो सकती है।
क्रिटिकल केयर यूनिट, मेडिकल कालेज
करीब 35 करोड़ की लागत से मेडिकल कालेज परिसर में इमजरेंसी के सामने 100 बेड का क्रिटिकल केयर यूनिट बनाया जा रहा है। जिसमें टीवी, निमोनिया सांस और गुर्दा रोग के मरीजों का इलाज होगा। करीब सात मंजिला इस भवन में सभी मरीजों को आधुनिक तकनीक से इलाज मिलेगा।
सीवर लाइन प्रोजेक्ट, हापुड़ रोड
अमृत योजना के तहत जल निगम शहर में सीवर लाइन का काम करा रहा है। योजना के तहत अब तक 86.56 किमी सीवर लाइन डाली जा चुकी है। इससे पहले की पुरानी सीवर लाइन मिलाकर अब शहर में करीब 753 किमी का सीवर नेटवर्क तैयार हो चुका है और अब अमृत 2.0 योजना के दूसरे चरण में शहर के बाकी बचे करीब 55 प्रतिशत हिस्से को कवर करने की कवायद चल रही है। लेकिन ग्रेप लागू होने से नई सीवर लाइन खुदाई का काम अधर में अटक गया है।
नाला निर्माण, मोहनपुरी
वहीं नगर निगम के निर्माण विभाग द्वारा शहर मे जगह-जगह नालों की मरम्मत का काम किया जा रहा है। कई क्षेत्रों में नालों की बाउंड्री बनाने का काम जोरो पर चल रहा है। लेकिन गे्रप लागू होने के कारण नालों के निर्माण का काम भी थम गया है।
एडीएम ब्लॉक, कलेक्ट्रेट
कलेक्ट्रेट परिसर में एडीएम ब्लॉक के स्थान परनए परिसर का निर्माण कार्य फिलहाल रोक दिया गया है। एडीएम ब्लॉक के स्थान पर नए भवन का तैयार किया जाना है जिसके ध्वस्तीकरण का काम किया जा रहा है। लेकिन गे्रप लागू होने से यह निर्माण कार्य बीच में रोक दिया गया।
सिंथेटिक ट्रैक, कैलाश प्रकाश स्पोट्र्स स्टेडियम
स्टेडियम में सिंथेटिक ट्रैक के लिए जनवरी 2024 में शासन ने 4.28 करोड़ रुपए मंजूर किए थे। टै्रकका निर्माण कुल 8.56 करोड़ में होना है। जिसके लिए जोरो से काम चल रहा था, लेकिन ग्रेप लागू होने से काम बीच में रोक दिया गया है। योजना के तहत 400 मीटर का सिंथेटिक टै्रक तैयार किया जाना है। सिंथेटिक टै्रक एक तरह की रबर को कुसिंग करके बनाया जाएगा। यह हर मौसम के अनुकूल होता है।
प्रदूषण कम करने के लिए सभी स्तरों पर प्रयास हो रहे हैं। प्रदूषण फैलाने वाले कारकों पर लगातार सख्ती से लगाम लगाई जा रही है। ग्रेप 4 के तहत कुछ निर्माण कार्य पर रोक लगाई गई है। जो जरुरी काम हैं वो जारी रहेंगे।
भुवन प्रकाश यादव, क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी