-सीबीसीआईडी ने किया राजफाश, बेटे को किया गिरफ्तार
-50 करोड़ की संपत्ति के लिए किया था पिता का कत्ल
Meerut : बुलंदशहर से बसपा के पूर्व विधायक हाजी अलीम की हत्या की गई थी। उनके बेटे अनस अलीम ने एक सिपाही और अपने चालक के साथ मिलकर 50 करोड़ की संपत्ति के लिए अलीम को मौत के घाट उतारा था। सीबीसीआईडी ने यह राजफाश करते हुए अनस को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया। उसे बुलंदशहर की सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अलीम का अपोलो सर्कस भी था।
श्रद्धापुरी से गिरफ्तार
सीबीसीआईडी की एसपी मोहिनी पाठक ने बताया कि बुलंदशहर के मोहल्ला सरायधारी निवासी पूर्व विधायक हाजी अलीम की हत्या उनके बेटे अनस अलीम ने ही की थी। पुलिस ने अनस अलीम को गुरुवार को कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के श्रद्धापुरी से गिरफ्तार कर लिया। अनस ने अपने गनर शारेब निवासी मीरापुर मुजफ्फरनगर और चालक साजिद के साथ मिलकर अलीम की गोली मारकर हत्या की। शारेब उप्र पुलिस का सिपाही है और बुलंदशहर में तैनात है। सीबीसीआईडी के पास हत्या के सभी सुबूत हैं।
ये है मामला
एसपी ने बताया कि साजिद को सीबीसीआईडी पहले ही जेल भेज चुकी है। उसके पास से अवैध पिस्टल भी बरामद किया गया था। शारेब की गिरफ्तारी के लिए पुलिस विभाग से अनुमति ली जाएगी। बता दें कि 10 अक्टूबर 2018 की सुबह करीब 11 बजे हाजी अलीम की कनपटी पर गोली लगा शव उनके ही घर के बेडरूम में पड़ा मिला था। उनके भाई एवं सदर ब्लॉक प्रमुख हाजी यूनुस की तरफ से अज्ञात के खिलाफ शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था।
50 करोड़ की संपत्ति
हाजी अलीम ने कुछ साल पहले ही चौथा निकाह फराह के साथ किया था। उनकी ढाई साल की बेटी आयत है। अलीम अपनी चौथी पत्नी के साथ ही रहते थे। अनस को लगता था कि अलीम अपनी 50 करोड़ की संपत्ति फराह और आयत के नाम कर देंगे इसीलिए उसने अलीम की हत्या कर दी ताकि उनकी पूरी संपत्ति का वारिस बन सके।
चाचा को फंसाने के लिए
शहर कोतवाली पुलिस ने बंद कमरे और फोरेंसिक रिपोर्ट को आधार बनाकर इस घटना को आत्महत्या बताते हुए अगस्त 2019 में फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी। तभी अनस ने हाई कोर्ट में अर्जी लगाकर इसकी सीबीआई जांच की मांग की। हाई कोर्ट ने सीबीसीआईडी से जांच कराने के आदेश दिए। एसपी मोहिनी पाठक का कहना है कि अनस की मंशा थी कि सीबीसीआईडी जांच में चाचा यूनुस को फंसा देगा ताकि पूरी संपत्ति पर उसका कब्जा हो सके। दरअसल, अनस पहले ही अलीम की दूसरी पत्नी की हत्या कर चुका है। तीसरी पत्नी की सिर्फ बेटियां हैं। फराह और आयत को परिवार से अलग-थलग कर चुका है।
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गायब है चाबी का गुच्छा
नौ अक्टूबर 2018 की रात को पूर्व विधायक हाजी अलीम की उनके बेडरूम में हत्या की गई थी। बेडरूम का दरवाजा अंदर से लॉक होने से सभी लोग इसे खुदकशी मान रहे थे। हालांकि यह लॉक दोनों ओर से बंद किया जा सकता था। सीबीसीआइडी की जांच में सामने आया कि हाजी अलीम के घर की चाबी का एक गुच्छा गायब है। उसी चाबी से दरवाजा खोलकर अलीम के बेडरूम के अंदर हत्यारोपित पहुंचे थे। अब सीबीसीआइडी अनस को रिमांड पर लेकर चाबी का गुच्छा बरामद करने का प्रयास करेगी।
अलीम की हत्या वाले दिन उनके दूसरे बेटे की पत्नी ने बच्चे को जन्म दिया था। इसलिए पूरा परिवार अस्पताल में था। तभी अनस ने अलीम की हत्या की साजिश रची। उसने अपने चालक साजिद और गनर शारेब को साथ लिया। सीबीसीआइडी की एसपी मोहिनी पाठक ने बताया कि अनस हत्या के समय घर पर मौजूद था। पर उस कमरे में उसने साजिद और शारेब को भेजा था। बाद में कमरे के पीछे के रास्ते से शव बाहर निकाला गया था।