मेरठ (ब्यूरो)। इतना ही नहीं, पैक हुए लोकल मसाले, सोया पनीर और नमकीन आदि प्रोडक्ट्स को जिले के गांव-देहात समेत मलिन बस्तियों में खपा रहे हैैं। इसका खुलासा दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के रियल्टी चेक में हुआ। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने पहचान छिपाते हुए सोमवार को गढ़ रोड स्थित संगम विहार, भोपाल विहार, शिवशक्ति नगर जैसी जगाहों पर ऐसी ही कुछ फैक्ट्रियों का जायजा लिया। अधिकतर फैक्ट्रियों को संचालन रिहायशी बस्तियों में इस कदर छुपकर किया जा रहा है कि कोई बाहर से देखकर पहचान भी नही सकता यहां फैक्र्टी है और उसमें फूड प्रोडक्ट्स बनाए जाते हैैं। संगम विहार में दो फैक्ट्रियों का संचालन होता मिला। इन दोनों फैक्ट्रियों में सोया पनीर, नमकीन और मसालों की पैकिंग का काम किया जा रहा था। फैक्ट्री के अंदर सीवर और खुली नालियों के बीच खुले में फूड आइटम रखे हुए मिले। जब खाद्य सुरक्षा विभाग में फोन कर इन फैक्ट्रियों के बारे में जानकारी करनी चाही तो पता चला कि उन्हेंइस तरह से संचालित हो रही फैक्ट्रियों की जानकारी तक नहीं है।

केरल की कंपनी का नाम
इन फैक्ट्रियों में केरल की एक मल्टी नेशनल मसाला कंपनी प्रियोम के नाम का भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है। लोकल सोया पनीर, मसाले व नमकीन को कंपनी के पैकटों में पैक किया जा रहा है। इस कंपनी के ब्रांड नेशनल लेवल पर फेमस है लेकिन लोकल मार्केट में कपंनी को अधिक लोग नहीं जानते हैं। इसी का फायदा उठाकर ये फैक्ट्री संचालक प्रियोम कंपनी के अलग-अलग प्रोडक्ट की पैकिंग को खरीदकर थोक के भाव में खरीदकर ले आते हैैं। फिर इसमें लोकल प्रोडक्ट पैक करने आगे बढ़ा देते हैैं। इन पैक पर प्रोडक्ट की मेकिंग, वजन, एक्सपायरी समेत बाकी सारी डिटेल्स अंदर वाले प्रोडक्ट से मैच ही नहीं करती।

गांव-देहात में खप रहा माल
रिपोर्टर जब होल सेलर बनकर पहुंचा संगम विहार स्थित कंपनी के कर्मचारियों से बातचीत में काफी कुछ निकलकर सामने आया। पता चला कि यह सारा माल आसपास के गांव-देहात की दुकानों पर सप्लाई किया जाता है। इसके अलावा शहर की मलिन बस्तियों में भी इस माल को खपाया जाता है। दरअसल, न तो गांव-देहात और न ही मलिन बस्तियों में फूड विभाग द्वारा कभी कोई चेकिंग अभियान चलाया जाता है। जिससे यहां रिस्क कम होता है। दूसरा कारण यह भी है कि यहां लोग केवल चमक-धमक वाली पैकिंग देखकर फूड प्रोडक्ट को खरीद लेते हैं। ऊपर से रेट का कम होना भी यहां ग्राहक को फायदे का सौदा लगता है।

लोकल फैक्ट्री का रेट
सोया पनीर- 30 रुपए किलो
नमकीन- 20 रुपए आधा किलो
मसाले- 20 से 30 रुपए तक पैकेट

यह है बाजार का रेट
सोया पनीर- 140-160 रुपए किलो
नमकीन- 80-100 रुपए आधा किलो
मसाले- 70-100 रुपए तक पैकेट

यह मामला गंभीर है। सोया पनीर हो या मसाले या नमकीन, किसी भी प्रोडक्ट को बनाने और पैक करने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग से अनुमति और रजिस्ट्रेशन लेना अनिवार्य है। मामला जानकारी में आया है इसके लिए क्षेत्रीय खाद्य निरीक्षक से औचक निरीक्षण कर कार्रवाई कराई जाएगी।
दीपक सिंह, एफएसओ

लोकल लेवल पर तैयार होने इस तरह के फूड प्रोडक्ट में बेहद घटिया क्वालिटी का तेल इस्तेमाल किया जाता है। जिससे पेट की गंभीर बीमारियां हो सकती हैैं। ऐसे प्रोडक्ट्स का लंबे समय तक सेवन करने से कैंसर तक हो सकता है।
डॉ। विश्वजीत बैैंबी, सीनियर फिजिशियन