मेरठ, ब्यूरो। दरअसल, जिलाधिकारी के। बालाजी द्वारा भी सोतीगंज के कबाडिय़ों को जीएसटी नंबर लिए जाने के निर्देश दिए जा चुके हैैं। बावजूद इसके कबाडिय़ों ने जीएसटी नंबर नहीं लिया। हालांकि इस संबंध में करीब एक माह पहले कुछ दुकानों पर छापेमारी भी की गई थी। जिस पर एसएसपी ने सोतीगंज बंद का निर्देश जारी कर दिया। जिसके बाद रविवार सुबह से सोतीगंज बाजार में सन्नाटा छाया रहा। हालांकि शनिवार रात को एसएसपी ने साफ तौर पर निर्देशित किया था कि जो भी दुकानदार अपने सामान की खरीद से संबंधित ब्योरा और जीएसटी नंबर दिखा देगा। वह अपनी दुकान खोल सकता है।
मुकदमों की विवेचना प्रभावित
जानकारी के मुताबिक सोतीगंज में वाहन कटान का पहला मामला साल 1982 में सामने आया था। जिसके बाद से सोतीगंज में लगातार छह राज्यों यूपी, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड व राजस्थान से चोरी व लूटे गए वाहनों का चोरी-छिपे अवैध रुप से कटान किया जा रहा है। सोतीगंज बाजार में चोरी के वाहनों की कटान कर उनके हिस्सों, पुर्जों व उपकरणों को बेचा जा रहा था। हालांकि पुलिस की सख्ती के बाद वाहन कटान करने के बाद पुर्जों को सोतीगंज से पंजाब भेजा जा रहा था। वहीं पुलिस की मानें तो एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने जीएसटी के अलावा सोतीगंज के कबाडिय़ों और वाहन चोरों पर दर्ज मुकदमों की विवेचना प्रभावित होने की वजह से भी ये फैसला लिया है। एएसपी सूरज राय की मानें तो हाल में प्रचलित चल रही विवेचना सोतीगंज बाजार खुलने से खासी प्रभावित हो रही है। दुकानदारों द्वारा साक्ष्य नष्ट किए जाने का अंदेशा है। ऐसे में सभी ऐसी दुकानों को बंद करने के आदेश दिए गए हैं।
3 दरोगा, 12 पुलिसकर्मी
एएसपी सूरज राय को आदेश का पालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए तीन दरोगा व 12 पुलिसकर्मियों की टीम गठित कर दी गई है। पुलिस की सूचना के मुताबिक सदर बाजार थाना क्षेत्र के दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड समेत उत्तर प्रदेश के लगभग सभी जनपदों से वाहन चोरी कर सोतीगंज लाए और चोरी-छिपे काटे जा रहे थे।
आरोपियों से पूछताछ में खुलासा
जानकारी के मुताबिक सोतीगंज में वाहन कटान की शिकायतें मिलने पर एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने सोतीगंज में चोरी के वाहन कटान करने वालों पर कार्रवाई शुरू की थी। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने जिन वाहन चोरों और वाहनों का काटने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी किया था, उन्हें पूछताछ में बड़ा राज उगले थे। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे सोतीगंज की सभी दुकानों पर चोरी के वाहनों के पुर्जे बेच जा रहे हैैं। इतना ही नहीं, उनकी निशानदेही पर सदर बाजार पु्लिस ने सोतीगंज में बीते चार माह के दौरान दर्जनों बार छापेमारी की गई और सैैंकड़ों चोरी के वाहनों के इंजन बरामद किए थे।
पैदल मार्च निकाला
रविवार को वाहनों के उपकरण बेचने और खरीदारी करने वाली सभी दुकानों को बंद करने के बाद बाजार में सन्नाटा छाया रहा। एएसपी सूरय राय के नेतृत्व में पुलिस बल द्वारा बाजार में पैदल मार्च भी निकाला गया, मगर मुकदमा दर्ज होने के भय से कबाडिय़ों ने दुकानें बंद रखीं। वहीं शनिवार रात को एसएसपी के आदेश की खबर मिलते ही दुकानदारों में हड़कंप मच गया था। जिसके बाद रविवार को पुलिस की तरफ से जारी नोटिस को लेकर सभी दुकानदारों ने सदर बाजार थाने पहुंचकर हंगामा किया। मगर इस दौरान पुलिस ने उन्हें समझाकर वापस भेज दिया। जिसके बाद रविवार को बाजार में पुलिस की गश्त करती रही। पुलिस को देखकर पूरे दिन कबाडिय़ों में हड़कंप मचा रहा। दूसरी तरफ सोतीगंज में वाहनों को ठीक करने वाले मिस्त्रियों की दुकानें खुली रहीं। इसके अलावा चाय-पान, सब्जी, और दूसरे कारोबार से संबंधित सभी दुकानें भी रोजाना की तरह खोली गईं।
800 दुकानें और 80 गोदाम
सोतीगंज में वाहनों की खरीद, बिक्री, कटान और कबाड़ का काम करने वाली करीब 800 दुकानें हैैं। इसके अलावा वहां पर 80 गोदाम भी हैैं। जिनमें वाहनों के पुर्जों को रखा जाता है।
करोड़ों की संपत्ति जब्त
एसएसपी प्रभाकर चौधरी लगातार सोतीगंज के कबाडिय़ों पर कार्रवाई कर रहे हैैं। पहले सोतीगंज के प्रमुख कबाडिय़ों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई और अब पूरा बाजार ही बंद करने के आदेश से कबाडिय़ों में हडकंप मचा हुआ है। बाजार बंद के आदेश से पहले पुलिस सोतीगंज बाजार के सबसे बड़े कबाड़ी हाजी गल्ला उर्फ नईम, हाजी इकबाल, मुन्नू कबाड़ी की 19 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर चुकी है। जबकि पांच अन्य कबाडिय़ों की संपत्ति की जांच चल रही है।
अभी तक ये हुई कार्रवाई
48 कबाड़ी, जिनका सोतीगंज से संबंध था, उनकी हिस्ट्रीशीट खोली जा चुकी है।
22 कबाडिय़ों पर गैैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई हो चुकी है।
250 चोरी के वाहनों के सदर बाजार पुलिस ने चार माह में इंजन और चेचिस बरामद किए।
22 पुलिसकर्मियों के खिलाफ अब तक कार्रवाई हुई।
56 लोगों को चोरी व लूट के वाहन काटने से संबंधित मामलों में बीते तीन माह में भेजा गया जेल।
100 दुकानदारों को पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 91 मेंं के तहत नोटिस दिया है। जिन्हें अपनी दुकान से संबंधित सामान और वाहनों के पाटर््स का ब्योरा पुलिस को सौंपना है।
पूरा बाजार बंद करने को नहीं कहा गया है। 80 से 100 कबाडिय़ों को पुलिस ने अपने सामान का ब्योरा देने के लिए नोटिस दिया है। जांच में व्यवधान पैदा न हो। इसके लिए इन दुकानों को बंद रखने के लिए कहा गया है। जिन दुकानदारों को नोटिस दिए गए हैैं। वह दो से तीन दिन में अपने सामान का खरीद आदि का ब्योरा पुलिस को उपलब्ध कराकर दुकान खोल सकते हैैं।
प्रभाकर चौधरी, एसएसपी मेरठ